क्या आपको पता है कि एक जींस बनाने में जितनी रुई इस्तेमाल होती है, उस रुई को उगाने में लगभग 946 लीटर पानी खर्च होता है और फिर इससे जींस बनाने और इसे टेक्सचर देने में लगभग 42 लीटर पानी खर्च होता है? जी हाँ, और कुछ सालों तक इसे पहनने के बाद हम उस जींस को कचरे में डाल देते हैं। कचरे से यह जींस लैंडफिल में पहुँचती है और फिर यह ज़मीन और पर्यावरण को दूषित करती है।
अब सवाल उठता है कि यह सब रोका कैसे जाए? इसके लिए बहुत से लोग डोनेशन का रास्ता अपनाते हैं। लेकिन अगर किसी जींस में कोई छेद हो जाए या फिर वह हल्की-सी फट जाए तो यह किसी के भी पहनने के लिए नहीं रह जाती। ऐसे में क्या किया जाए?
ज़रूरी नहीं कि जींस को सिर्फ पहना ही जाए। जब आपकी जींस/डेनिम पहनने के योग्य नहीं रह जाती तो इसे अपसायकल करना चाहिए, मतलब कि इससे आप कोई और नयी, उपयोगी चीज़ बना सकते हैं। जैसे अगर जींस नीचे से खराब हुई है तो आप कैपरी, शॉर्ट्स आदि बना सकते हैं। लेकिन अगर आपको इसे पहनने के काम में बिल्कुल भी नहीं लेना है तब भी बहुत-सी ऐसी चीजें हैं जो आप पुरानी डेनिम जींस से बना सकते हैं!
“ज़रूरी नहीं कि हर पुरानी चीज़ को फेंका ही जाए? आप कोई भी चीज़ को फेंकने से पहले कम से कम दो बार सोचें कि क्या यह किसी के काम आ सकती है। अगर नहीं तो क्या इसे कोई नया रूप देकर काम में लिया जा सकता है? कम से कम मेरी ज़िंदगी का तो यही फलसफा है,” यह कहना है मुंबई की लीबा थॉमस का। लीबा कहती हैं कि बचपन से ही उनके घर में हर एक चीज़ को पुराना होने के बाद नया रूप देकर इस्तेमाल किया जाता रहा है।
जैसे उनके पापा के बहुत पुराने बूट्स को अब वर्टीकल प्लांटर्स बनाकर दीवार पर लगाया गया है और इनमें पौधे लगा दिए गए हैं। पुरानी किताबों के पन्ने निकालकर एक मेज को नया और आकर्षक रूप दे दिया गया है। लीबा कहती हैं कि ज़रूरी नहीं हर कोई पुरानी चीजों को नया रूप देने में माहिर हो लेकिन हमें कोशिश ज़रूर करनी चाहिए।
और कभी-कभी कोशिश बहुत अच्छे नतीजे भी लेकर आती है, जैसा कि सोलक्राफ्ट की पहल ने किया। सोलक्राफ्ट के फाउंडर्स, मृणालिनी राजपुरोहित, निखिल गहलोत और अतुल मेहता पुरानी डेनिम जींस को अपसायकल करके जूते-चप्पल और बैग आदि बना रहे हैं। इन चीजों को ये तीनों दोस्त ज़रूरतमंद बच्चों को बांटते हैं। इनकी ही तरह हम में से कोई भी अपने घर पर रखी पुरानी डेनिम जींस को अपने लिए या फिर इसी ज़रूरतमंद के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
आज द बेटर इंडिया आपको बता रहा है कि आप घर पर अपनी पुरानी डेनिम जींस से क्या-क्या उपयोगी चीजें बना सकते हैं!
1. कालीन/डोरमैट:
क्या चाहिए: पुरानी जींस, कैंची, ग्लू या सुई-धागा
- सबसे पहले जींस से पतली-पतली पट्टियाँ काट लें और इन्हें जोड़कर तीन बड़े-बड़े रिबन बना लें।
- इन तीन रिबन को साथ में लेकर एक सिरे पर से सुई-धागे की मदद से सिल लें।
- अब इन तीनों को चोटी की तरह आपस में गूंथ लें।
- जब यह एक गुंथा हुआ बड़ा रिबन बन जाए तो आप एक सिरे को बीच में रखकर इसे गोलाकार करते चलें।
- फिर सुई-धागे की मदद से इसे आपस में सिल लें और आपका कालीन तैयार है।
2. टोकरी:
क्या-क्या चाहिए: पुरानी जींस, आकार देने के लिए कोई डिब्बा या बाल्टी, ग्लू या सुई-धागा।
- सबसे पहले जींस में से लंबी-लंबी स्ट्रैप काट लें।
- अब इन स्ट्रैप को आपस में सुई-धागे या सिलाई मशीन की मदद से जोड़कर लम्बा रिबन बना लें।
- अब 5-6 स्ट्रैप साथ लेकर इन्हें बीच में से बाँध दें, जैसा कि तस्वीर में दिखाया गया है।
- अब आपने जो लम्बा रिबन बनाया है उसे पहले स्ट्रैप के गाँठ में बांधकर बुनना शुरू कर दें।
- सबसे पहले आप रिबन को उतने आकार तक बुने, जितने आकार का बेस आपको अपनी टोकरी के लिए चाहिए।
- बेस का मनचाहा आकार मिलने के बाद, आप इसे बाल्टी के ऊपर रखें और फिर इसे बाल्टी के चारों और साइड्स में बुनना शुरू करें।
- साइड्स को बड़ा करने के लिए शायद आपको ग्लू से और स्ट्रैप जोड़ना पड़े।
- अब जितना साइज़ आपको चाहिए, उतना बुनने के बाद आप बाकी बाहर बची स्ट्रैप को टोकरी के अंदर की तरफ डालकर या फिर ग्लू से चिपका सकते हैं या फिर सुई-धागे से सिल सकते हैं।
- आपकी टोकरी तैयार है।
3. कुशन कवर:
- सबसे पहले आप कोई पुराना सूती या प्लेन कपड़ा लेकर कुशन के आकार के हिसाब से काटें।
- अब जींस की बराबर माप की स्ट्रैप काट लें और यदि आप अलग-अलग रंग की स्ट्रैप ले सकते हैं तो और भी अच्छा है।
- अब कुशन के माप के हिसाब से स्ट्रैप लें और इन्हें मैट की तरह बुन लें।
- अब इन्हें सिलकर, पुराने सूती कपड़े के ऊपर सिल दें।
- इसके बाद सूती कपड़े के दूसरे हिस्से को लेकर कुशन के माप का कवर सिल लें।
- आपका कुशन कवर तैयार है।
4. DIY आर्गेनाइजर:
इसके लिए आप पुरानी जींस के कई सारे पॉकेट काटकर इकट्ठा कर सकते हैं।
- अब इन पॉकेट्स को आपस में इस तरह से सिल लें कि एक भी पॉकेट बंद न हो।
- इन्हें सिलकर इनके दोनों तरफ और नीचे की तरफ जींस की पट्टी लगाकर फिनिशिंग दें।
- ऊपर की तरफ आप इसमें कोई हुक (जींस के ही स्ट्रैप काटकर हुक बना सकते हैं) आदि लगा दें, जिसकी मदद से आप इसे कहीं भी लटका सकें।
- आपका पॉकेट आर्गेनाइजर तैयार है।
5. बाथरूम स्लिपर्स:
- सबसे पहले आप अपने पैर का माप लेकर फोम/थर्माकोल और जींस में से सोल काट लें।
- फोम और जींस के आप चार टुकड़े लें।
- एक पैर के लिए फोम के दो टुकड़ों को लेकर आपस में चिपका दें और अगर आप चाहें तो इन दोनों के बीच में कोई पॉलिथीन आदि भी लगा सकते हैं।
- अब इस फोम के ऊपर जींस के टुकड़ों को चिपका या फिर सिल सकते हैं!
- अब जींस के और दो टुकड़े लीजिये जिनसे आपको स्लिपर्स के ऊपर का हिस्सा बनाना है।
- अपने पैर के हिसाब से आप इस हिस्से को सिल सकते हैं और आपकी स्लिपर्स तैयार हैं।
वीडियो भी देख सकते हैं:
6. प्लांटर्स:
वैसे तो आप किसी भी पुरानी जींस को नीचे से सिलकर और इसमें फिर मिट्टी भरकर भी प्लांटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ-साथ आप पुराने डिब्बों को नया लुक देकर प्लांटर भी बना सकते हैं।
- कोई भी पुराना बेकार प्लास्टिक या फिर टिन का डिब्बा ले लें।
- अब पुरानी जींस से कपड़ा काटें और इसके चारों और चिपका दें।
- आप चाहें तो इसके लिए आप सिर्फ जींस की सीम भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इस तरह से आप आकर्षक प्लांटर्स बना सकते हैं!
तो देर किस बात की, आज ही इकट्ठा कीजिये अपने घर की पुरानी जींस और हो जाइये शुरू कुछ नया बनाने के लिए!
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