हरियाणा की गोदिकां पंचायत ने फैसला किया है कि जिस भी घर में शौचालय नहीं होगा वहां वे अपनी बेटियों की शादी नहीं करेंगें। अभिनेता अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर की फिल्म, टॉयलेट: एक प्रेम कथा से प्रभावित गांव के सरपंच धर्मपाल ने यह प्रस्ताव पारित किया।
सरपंच ने कहा, “हमारे गांव के हर घर में शौचालय हैं। यह गलत होगा, अगर हम अपनी बेटियों की शादी उन घरों में करते हैं जिनके यहां शौचालय नहीं हैं। अगर लड़कियों को शौच के लिए अपने घरों से बाहर जाना पड़े, तो यह सुरक्षित नहीं है। इसलिए, हमने फैसला किया है कि हम उन लोगों यहाँ अपनी बेटियों की शादी नहीं करेंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं।”
गोदिकां पंचायत को पहले ही खुला-शौच मुक्त घोषित किया जा चूका है। इस तरह के प्रस्ताव को पारित करने वाली गोदिकां पंचायत देश की पहली पंचायत है।
“अगर मैं शादी करूंगी तो पहले देखूंगी की उस घर में शौचलय है या नहीं। परिवार ऐसा होना चाहिए जो लड़कियों की इज़्ज़त करे और उन्हें पढ़ाएं न कि बेटियों को बोझ समझे,” यह कहना है गांव की एक लड़की का।
जिला विकास और पंचायत अधिकारी प्रितपाल सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने क्षेत्र के सभी सरपंचों को अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर अभिनीत फिल्म दिखाई थी। यहीं से धर्मपाल इस प्रस्ताव के लिए प्रेरित हुए।
इसके अलावा, “बेटी वही ब्याहेंगें, जिस घर में शौचालय पायेंगें” नारे के साथ पोस्टर और बैनर भी जल्द ही लगवाएं जायेंगें। हम गोदिकां पंचायत के इस फैसले की सरहाना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि देश की बाकी पंचायते भी महिलाओं की सुरक्षा और स्वच्छता संबंधित इस तरह के कदम उठाएंगे।
( संपादन – मानबी कटोच )
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