कभी बीमारी के इलाज के लिए भी इन मजदूर महिलाओं को साहूकारों से उधार मांगनी पड़ती थी। जिसका मनचाहा ब्याज साहूकार लेता था। लेकिन आज सखी मंडल के बचत बैंक से ये महिलाएं कम से कम ब्याज दर पर पैसे उधार ले सकती हैं।
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ बांटना चाहते हो तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखे, या Facebook और Twitter पर संपर्क करे।
The post झारखंड: स्वयं सहायता समूह से दिहाड़ी-मजदूरी करने वाली महिलाओं ने इकट्ठे किये 96 करोड़ रूपये appeared first on The Better India - Hindi.