कौवा है, घड़ा है, कंकड़ है, पानी है
कौवा है, घड़ा है, कंकड़ है, पानी है बुझती दोपहर, वही बोरिंग कहानी है दिग्भ्रमित, पाँच साल खटते गुज़ारे कौवे ने अब प्यासे मरने की ठानी है शाइरों, मुसव्विरों, बुतगरों, तहज़ीब-तराशों के हाथों शाइस्तगी की...
View Articleउत्तराखंड की लिखाई कला – वक़्त ने किया क्या हसीं सितम!
अल्मोड़ा के पिछले सफ़र में महसूस किया कि पहाड़ों के बाज़ार की रौनक और दुकानों-मकानों के दरवाज़ों-खिड़कियों पर काठ की कलाकारी अब चुप पड़ने लगी है। लकड़ी के दरवाज़ों और चौखटों की विदाई वेला अब ज्यादा दूर...
View Articleझारखंड: चपरासी का काम करते हुए भी बेटों को बनाया आईएएस, डॉक्टर और इंजिनियर!
रिटायरमेंट का दिन हर किसी के लिए यादगार होता है। लेकिन झारखंड में रजरप्पा के सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड टाउनशिप में चपरासी के पद पर काम करने वाली 60 वर्षीय सुमित्रा देवी का विदाई समारोह हर तरह से बहुत...
View Articleएक बार साँप ने काटा, दो बार तस्करों ने चलायी गोलियाँ, फिर भी किया 17, 000+...
पूरी दुनिया में पाई जाने वाली साँपों की लगभग 2, 000 प्रजातियों में से, 272 प्रजाति भारत में पाई जाती हैं। जिनमें 10 सेंटीमीटर के वर्म साँप से लेकर 6 मीटर से भी ज़्यादा लंबे अजगर, कोबरा आदि शामिल हैं।...
View Articleप्रशासन और ग्रामीणों के बीच सेतु बनकर, 20, 000+ लोगों तक पहुंचाई सरकारी...
अगर आप ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट खोलेंगे तो गांवों के विकास और कल्याण के लिए 15 योजनाओं की लिस्ट आपके सामने होगी। इन सभी योजनाओं को अगर सही तरीके से ज़मीनी स्तर पर लागु किया जाये तो बेशक ग्रामीण...
View Articleचंडीगढ़ पुलिस का सिपाही बन गया हरियाणा का ‘ट्री-मैन,’लगवाए डेढ़ लाख से भी...
पंजाब-हरियाणा की राजधानी और एक केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़, भारत के योजनाबद्ध तरीके से बनाये गये शहरों में से एक है। इस शहर का आर्किटेक्चर, डिजाईन, आवासीय कॉलोनी और तो और शहर में हरियाली का अनुपात भी...
View Article25 साल पहले झोपड़ी में शुरू हुआ था अस्पताल, अब हर साल हो रहा है 1 लाख...
साल 1992 में डॉक्टर पति-पत्नी, रेगी एम. जॉर्ज और ललिता ने सित्तिलिंगी का दौरा किया। तमिलनाडु में कालरायन और सित्तेरी पहाड़ियों के बीच बसे धरमपुरी ज़िले का यह आदिवासी गाँव बाकी आधुनिक दुनिया से बिल्कुल ही...
View Articleपाँच दिन तक गली-गली जाकर ढूंढा और लौटाया ऑटो में छूटा हुआ 7 लाख के गहनों से...
हर सुबह अख़बार में दिन-दहाड़े लूट-पाट और डकैती की ख़बरें पढ़ने को मिलती है, लेकिन हर रोज़ एक ऐसी भी ख़बर पढ़ने को मिलती है, जिसे पढ़कर लगता है कि इस दुनिया में बहुत लोग अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं।...
View Article90 या 99 नहीं बल्कि 60% लाने पर है इस माँ को अपने बेटे पर गर्व!
“परीक्षा में मिले नंबर बच्चों की काबिलियत का प्रमाण नहीं होते।” इस बात से हम सभी वाकिफ़ हैं, लेकिन कितने भारतीय परिवार है, जिनमें इस बात पर अमल किया जाता है? कितने माता-पिता हैं, जो अपने बच्चों को...
View Articleपुणे: दिल की बिमारी से ग्रस्त बच्ची को गोद लेकर इस कुंवारी माँ ने कराया इलाज!
महाराष्ट्र के पुणे में रहने वाली अमिता मराठे एक सिंगल माँ हैं। अमिता कभी से भी शादी नहीं करना चाहती थीं, लेकिन हमेशा से उनकी चाहत थी कि उनका कोई बच्चा हो। इसलिए साल 2012 में उन्होंने सोफॉश में चाइल्ड...
View Articleविदेश से भारत लौटी यह माँ, केवल वेदा को गोद लेने, जिसके पास है ‘एक एक्स्ट्रा...
महीनों तक रिसर्च और विचार-विमर्श करने के बाद, कविता बलूनी और उनके पति हिमांशु ने एक बच्ची को गोद लेने का फ़ैसला किया। इस बच्ची को डाउन सिंड्रोम है। “हम अमेरिका में थे, जब हमने यह फ़ैसला लिया और हमें कहा...
View Articleघर बैठे व्हाट्सएप पर साड़ियाँ बेचकर हर महीने 1.5 लाख रूपये कमा रही हैं चेन्नई...
अगर आज से पांच साल पहले कोई व्यक्ति चेन्नई की शंमुगा प्रिया को कोई बिज़नेस शुरू करने के लिए कहता, तो वो शायद इसे हंस कर टाल देतीं। पर आज वही शंमुगा ‘यूनीक थ्रेड्स’ के नाम से साड़ियों का बिज़नेस चला रही...
View Articleवैजी टू फ्रिजी: न पॉलिथीन की ज़रूरत और न ही टोकरियों की, इस एक बैग में ला...
पिछले साल जून में पब्लिश हुई डाउन टू अर्थ मैगज़ीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर एक भारतीय पूरे साल में लगभग 11 किलोग्राम प्लास्टिक का इस्तेमाल करता है और हमारे देश में हर रोज़ लगभग 4, 059 टन प्लास्टिक...
View Articleमिज़ोरम: हर शुक्रवार माता-पिता के साथ बाज़ार में बेचती है सब्ज़ियाँ, बोर्ड में...
4 मई 2019 का दिन 16 वर्षीय लाल्रिन्नुंगी के लिए बहुत ख़ास था। उस दिन घर के काम ख़त्म करने और कुछ देर पढ़ाई करने के बाद, वह बाज़ार जाने के लिए निकली। पर उसे यह बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि यहाँ पर उसके गाँव...
View Articleसाइंस या मनोरंजन : 250+ हैंड्स ऑन एक्टिविटी से विज्ञान सिखा रहे हैं सरकारी...
“दुनिया में कुछ भी चमत्कार नहीं होता है और अगर कुछ चमत्कार जैसा हुआ है, तो वह सिर्फ़ तब तक चमत्कार है, जब तक कि उसके पीछे का रहस्य या वजह सामने नहीं आ जाती”- दर्शन लाल बवेजा हरियाणा में यमुनानगर जिले के...
View Articleसीधे किसान से संपर्क, केले के पत्तों की पैकेजिंग जैसे इस युवक के छोटे कदम ला...
क्या कभी ऐसा हुआ है कि किसी दुकान में जाने पर आपके मन में बहुत से सवाल आए, जैसे कि इन प्रोडक्ट्स की असल कीमत क्या है? ये कहाँ से बनकर आ रहे हैं? या फिर इनकी पैकेजिंग पर्यावरण के लिए सुरक्षित है या...
View Articleऑटो-ड्राईवर ने गर्भवती महिला को पहुँचाया अस्पताल, 18 दिनों तक रखा नवजात बच्चे...
15 अप्रैल को एक यात्री को रेलवे स्टेशन छोड़ने के बाद बंगलुरु में वाइटफील्ड में रहने वाले ऑटो ड्राईवर बाबु मुद्द्रप्पा अपने घर लौट रहे थे। दोपहर के लगभग 2:30 बजे, रास्ते में एक जगह उन्होंने किसी की दर्द...
View Articleकार को मोबाइल क्लिनिक बना, अब तक 36,000+ ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधाएं...
“हमारे संविधान में देश के सभी नागरिकों को जीवन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, समानता का अधिकार, सुचना का अधिकार जैसे मूल अधिकार और हक़ दिए गये हैं। लेकिन यहाँ स्वास्थ्य का अधिकार नहीं दिया जाता है। मेरा...
View Articleसाइक्लोन फोनी: तूफ़ान से गिरी अस्पताल की छत, अपनी जान की परवाह किये बिना...
उड़ीसा सरकार ने साइक्लोन ‘फोनी’ के बारे में तटीय इलाकों के ज़्यादातर जिलों में पहले से ही सुचना जारी करवा दी थी। राज्य में अलर्ट जारी करते हुए स्कूल-कॉलेज भी बंद किये गये और प्रशासन ने किसी भी तरह के...
View Articleट्यूशन पढ़ाकर 50 से ज़्यादा बेसहारा कुत्तों की देखभाल कर रही है इंजीनियरिंग...
हरियाणा में सोनीपत की रहने वाली शैनदीप अरोड़ा इंसानियत और नेकदिली की मिसाल हैं। बायोटेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग कर रहीं, 20 साल की यह युवती अपनी गली में बेसहारा घुमने वाले 50 से भी ज़्यादा कुत्तों की...
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