दुर्गाबाई देशमुख: संविधान के निर्माण में जिसने उठाई थी स्त्रियों के लिए...
दुर्गाबाई देशमुख, एक महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने न सिर्फ़ देश की सेवा की, बल्कि कानून की पढ़ाई कर महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज़ भी उठाई। मात्र 8 साल की उम्र में उनकी शादी एक जमींदार से कर...
View Articleमेघना गुंडलपल्ली: इस 20 वर्षीय लड़की के जुनून ने दिलाई ‘रिदमिक...
तेलंगाना में हैदराबाद से ताल्लुक रखने वाली 20 वर्षीय मेघना रेड्डी गुंडलपल्ली, पहली भारतीय जिमनास्ट हैं, जिन्होंने साल 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए ‘रिदमिक जिमनास्टिक्स’ में क्वालीफाई किया था। और...
View Articleपुष्पक विमान की वह आख़िरी उड़ान, जिसमें बाल-बाल बचे थे प्रधानमंत्री मोरारजी...
4 नवम्बर 1977- नई दिल्ली के एयर हेडक्वार्टर कम्युनिकेशन स्क्वाड्रन के लिए यह दिन बाकी सभी दिनों के जैसे ही था। लेकिन कुछ अधिकारियों को इस दिन, तत्कालीन प्रधानमंत्री के साथ पुष्पक विमान से उड़ान भरनी थी।...
View Articleसौ रूपये से भी कम लागत में, गाँव-गाँव जाकर, आदिवासी महिलाओं को ‘सौर...
आज भी भारत के बहुत से गांवों और ख़ास कर कि आदिवासी इलाकों में खाना बनाने के लिए पारम्परिक ईंधन जैसे कि कोयला, लकड़ी तथा गोबर के उपलों का इस्तेमाल किया जाता है। रसोई के लिए ईंधन जुटाने के लिए ये लोग अपनी...
View Articleमॉडलिंग छोड़,14 सालों से लड़ रहे हैं छुआछूत की लड़ाई; मल उठाने वालों को दिलवाया...
“एक तरफ हम हैं, जो बड़े घरों में रहते हैं और इतना कमाते हैं कि अगर कोई खाना पसंद न आये, तो फेंक सकते हैं और दूसरी तरफ़ ये लोग हैं, जो हमारी ही तरह इंसान तो हैं, लेकिन किसी के मल को अपने सिर पर ढोते हैं,...
View Articleइंजिनियरिंग छात्रों ने पास बह रहे गटर से बनायी गैस, चाय वाले की आमदनी की चौगुनी!
साल 2013 में कानपुर से आए अभिषेक वर्मा ने ग़ाज़ियाबाद के इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में दाखिला लिया। यहाँ उनके हॉस्टल के बगल से एक बड़ा और खुला सीवर बहता था, जिसे सब लोग...
View Articleपिता हुए लाचार, तो उच्च-शिक्षित बेटी बन गयी किसान, कर दी अंगूर की खेती से आय...
महाराष्ट्र के नासिक जिले के लोनवाड़ी गाँव में रहने वाले विजय गौंड, हमेशा से एक वकील बनने का सपना देखते थे। लेकिन परिस्थितियों की वजह से, उन्हें अपने परिवार के पारंपरिक अंगूर की खेत की ज़िम्मेदारी...
View Articleपशु-पक्षियों को पानी पिलाने के लिए 6 लाख रूपये खर्च कर, 10, 000 गमले बाँट रहे...
केरल के एर्नाकुलम जिले के मुप्पाथडम नामक गाँव के निवासी, 70 वर्षीय लेखक, श्रीमान नारायण चाहे तो आराम से घर में बैठकर अपनी बाकी की ज़िन्दगी काट सकते हैं। पर अपने आस-पास के हालात देखकर उन्होंने एक ऐसी राह...
View Articleपिछले 99 सालों से जलियाँवाला बाग़ की विरासत को सहेज रहा है यह बंगाली परिवार!
13 अप्रैल 1919 बैसाखी का दिन! स्वतंत्रता संग्राम अपनी चरम सीमा पर थी और गाँधी जी के दिखाए अहिंसा की राह पर चलते हुए, देशवासी अग्रेजों के खिलाफ़ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अमृतसर के जलियाँवाला...
View Articleजिम कॉर्बेट की वो दुनिया, जहाँ अब भी है शेरलॉक होम्स जैसा रोमांच!
जिम कॉर्बेट के ‘बड़े दिल वाले शरीफ़जादे‘ से मुलाकात की मेरी तीसरी कोशिश भी बेकार गई थी। शिवालिक की गोद में पसरे जिस जंगल ने कॉर्बेट को कुमाऊं के इश्क में उलझाया था, उसी का हर साल बिना नागा फेरा लगाने...
View Articleअर्जन सिंह : देश के पहले एयरफोर्स मार्शल का वायु सेना में, 31 साल का सफ़र!
वायु सेना में ‘फाइव स्टार’ रैंक स्तर तक पहुँचने वाले एकमात्र अधिकारी, अर्जन सिंह ने 31 साल तक देश की सेवा की थी। 19 साल की छोटी सी उम्र में पायलट ऑफिसर के रूप में वे वायु सेना में दाखिल हुए थे। और 1965...
View Articleमैं तब तक आराम से नहीं बैठूंगी, जब तक मेरी बेटियाँ सबको बता न दें कि वे कितना...
“एक साल पहले मैंने अपने पति को खो दिया और अब मुझे अकेले ही मेरी बेटियों को पलाना है। जैसे ही वो हमें छोड़कर गये, मेरी सास ने मुझे घर से निकाल दिया– उनके लिए हम बस बोझ थे। पहले मैं बहुत दुखी थी, लेकिन जब...
View Articleअमेरिका में एप्पल की नौकरी छोड़, अपने गाँव में बन गए किसान; बच्चों को दी ज़मीन...
आज हमारे देश में कौशल पर आधारित शिक्षा पर जोर-शोर से बहस चलती है। लोग ‘गुरुकुल शिक्षा’ के कॉन्सेप्ट के बारे में बात करते हैं। पूरी दुनिया को गुरुकुल का कॉन्सेप्ट यानी कि बच्चों को जीवन यापन करने की सभी...
View Articleकोडिन्हीं एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा जुड़वा जोडों वाला गाँव!
भारत के अनोखे गाँव – कोडिन्हीं एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा जुड़वा जोडों वाला गाँव है! 2000 लोगों की आबादी वाले इस गाँव में करीब 400 जुड़वा जोड़ें हैं ! जुड़वां जोड़ों का गाँव भारत के अनोखे...
View Articleड्राईवर पिता ने देखा था एक सपना, बेटे ने IIM-अहमदाबाद में दाख़िला पाकर किया...
गुजरात के आनंद शहर में रहने वाले हितेश सिंह को भारत के बेहतरीन कॉलेजों में से एक, आइआइएम अहमदाबाद में एडमिशन मिल गयी है। यह बात जब मुझे पता चली, तो मुझे ज्यादा आश्चर्य नहीं हुआ। मैंने सोचा कि आख़िर भारत...
View Articleमजबूरी में की थी दर्शनशास्त्र की पढ़ाई; पर इसी विषय ने डॉ. राधाकृष्णन को बनाया...
महान शिक्षक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन- 5 सितंबर, भारत के इतिहास में एक विशेष दिन है। इस दिन को हम सभी शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। डॉ. राधाकृष्णन केवल एक...
View Articleभारत का एकमात्र ‘वर्ल्ड हरिटेज सिटी’, दिल्ली या मुंबई नहीं, बल्कि यह ऐतिहासिक...
अहमदाबाद भारत का पहला शहर है, जिसे ‘वर्ल्ड हेरिटेज सिटी’ बनने का ख़िताब प्राप्त है। 8 जुलाई 2017 को यूनेस्को ने यह घोषणा की। गुजरात के अहमदाबाद को न सिर्फ़ भारत के, बल्कि विश्व के इतिहास में ख़ास स्थान...
View Articleकिसानों की दुर्दशा और बढ़ती बिमारियों को देख, यह फ़ोटोग्राफ़र बन गया चलता-फ़िरता...
मौसम की मार और चोर-बाज़ारी जैसी समस्याओं से हमारे देश का किसान हमेशा से जूझता आ रहा है। पर यह सब तो बाहरी समस्याएँ हैं, जिनसे निबटना किसान के हाथों में बहुत हद तक नहीं है। लेकिन एक समस्या ऎसी भी है, जो...
View Articleपुणे के ये दोनों आर्किटेक्ट बना रहे हैं सीमेंट-रहित ऐसे घर, जिनमें न एसी की...
पुणे के रहनेवाले ध्रुवंग हिंगमिरे और प्रियंका गुंजिकर, दोनों ही पेशे से आर्किटेक्ट हैं, पर ये दोनों किसी भी आम आर्किटेक्ट से ज़रा हटके हैं। ध्रुवंग और प्रियंका, सिर्फ घरों को डिजाईन ही नहीं करते बल्कि...
View Articleआईपीएस अर्चना रामासुंदरम: पैरामिलिट्री फ़ोर्स की पहली महिला चीफ़ बनकर रचा था...
3 फरवरी 2016 को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अर्चना रामासुंदरम ने पैरा-मिलिट्री फाॅर्स का नेतृत्व करने का ज़िम्मा उठाया था। भारत के 60 सालों के इतिहास में, वे पहली महिला हैं, जो पैरा-मिलिट्री फाॅर्स की हेड बनी।...
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