यह जर्नलिस्ट, डोमेस्टिक वर्कर्स को सिखा रही हैं सेल्फ डिफेंस; अपने खर्चे पर...
हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद महिलाओं के साथ आए दिन छेड़खानी, लूटपाट और यौन शोषण जैसी घटनाओं की ख़बरें उभर कर आती हैं। इससे देश की राजधानी दिल्ली भी...
View Articleकभी सवा चार रूपये लेकर चंडीगढ़ आया था यह शख़्स; 38 साल से रोज़ लगाता है मुफ्त...
वह उम्र की 84 सीढ़ियां चढ़ चुके हैं और इस समय कैंसर से जूझ रहे हैं। खुद बेशक ठीक से भोजन न कर पा रहे हो लेकिन शहर में कोई भूखा सोए, यह उन्हें मंजूर नहीं। उनका नाम है जगदीश लाल आहूजा, लेकिन लोग प्यार से...
View Article1978 से दिल्ली में ‘फ्री ऑटो एम्बुलेंस’चला रहे हैं 76 साल के हरजिन्दर!
”मैं नहीं चाहता कि मैं किसी असहाय के पास खड़ा होकर उसे मरते हुए देखूं।” यह शब्द उस शख्स के हैं जिनकी उम्र जवाब दे चुकी है लेकिन हिम्मत और असहाय घायलों की मदद करने का जो जुनून उनमें है वह उन्हें जवान...
View Articleछुट्टियों में महंगे होटल्स नहींं, आदिवासियोंं के साथ जीवन अनुभव कराती है यह...
यूं तो कर्नाटक के नीलगिरि को लोग खूबसूरत पहाड़ों, जंगलों और चाय बागानों के लिए जानते हैं। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को यह पहाड़ी इलाका इसकी प्राकृतिक ख़ूबसूरती से खूब आकर्षित करता है लेकिन इससे अलग...
View Articleअब पुणे में होंगे करगिल युद्ध स्मारक के दर्शन!
आज जब पूरा देश करगिल विजय दिवस पर अपने उन रणबांकुरों को याद कर रहा है, जिन्होंने देश के इस दुर्गम इलाके में पाकिस्तानी सैनिकों से लोहा लेते हुए अपनी जान गंवा दी थी, तो पुणे स्थित फिल्म प्रशिक्षण...
View Articleदस हज़ार से ज़्यादा ज़रूरतमंदों के लिए ब्लड का किया इंतज़ाम, बनाया एक नया मॉडल
रक्तदान महादान है। इसे महादान इसलिए कहा गया है कि इससे किसी की जान बचायी जा सकती है। भारत में करीब एक करोड़ यूनिट ब्लड की ज़रूरत हर साल होती है। लेकिन इतना ब्लड इकट्ठा नहीं हो पाता है और समय पर खून नहीं...
View Articleउम्मीद के फूल
एक शाम एक हसीन फूल ने खिड़की खटखटायी बच्चे ने खिड़की का पल्ला खोला गहरी भूरी बिल्लोरी आँखें कौतूहल, दोस्ती, शंका भरे पानी में तैरते कंचे सी आँखें वो देर तक फूल की ओर देखता रहा पहचानने की नाकाम कोशिश...
View Articleस्पैरो मैन ऑफ़ इंडिया: ऊँची इमारतों के बीच 26 प्रजातियों की चिड़ियाँ का बसेरा...
“अगर कभी घर के अंदर चिड़िया आ जाती, तो माँ तुरंत पंखा बंद करवा देती थी ताकि उसे चोट न लग जाए। ऐसे ही बहुत बार अगर घर के अंदर चिड़िया ने घोंसला बना लिया है तो बाहर जाते वक़्त हमेशा एक खिड़की खुली रखने की...
View Articleइनके प्रयासों से भोपाल में लगे हैं 500 से ज्यादा पौधे, कईं वयस्क होकर दे रहे...
पर्यावरण एक ऐसा विषय है जिस पर सबसे ज्यादा मंथन और चर्चा होती है, लेकिन इसके बावजूद पर्यावरण संरक्षण पर उतना काम होता नजर नहीं आता है या फिर हमारे द्वारा किए जाने वाले प्रयासों को और अधिक बढ़ाने की...
View Articleइस KBC विनर ने बिहार में एक साल में लगवा दिए 70 हजार से ज्यादा चंपा के पौधे
मैंने कहीं पढ़ा था कि चंपारण का असली नाम चंपकारण्य है और यह नाम इसलिए पड़ा कि पहले यहां के वन में चंपा के पेड़ों की बहुतायत हुआ करती थी। मगर चंपारण का वासी होने के बावजूद दो-तीन साल तक मैंने चंपा का...
View Articleपुरुष-वेश में क्रांतिकारियों तक हथियार पहुँचाती थी यह महिला स्वतंत्रता सेनानी!
साल 2010 में रिलीज़ हुई आशुतोष गोवरिकर की फ़िल्म ‘खेलें हम जी जान से’ में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने स्वतंत्रता सेनानी कल्पना दत्त की भूमिका निभाई थी। दीपिका को इस किरदार के लिए काफ़ी सराहा गया। बहुत-से...
View Articleप्रिंस बंसल: लगातार पढ़ाई और कड़ी मेहनत के दम पर हासिल की बैंक परीक्षा में...
“बैंक की परीक्षा हो या फिर कोई और सरकारी नौकरी की तैयारी। इनमें हम सभी को किसी और की स्ट्रेटेजी अपनाने की बजाय अपनी खुद की स्ट्रेटेजी बनानी चाहिए। हम दूसरों की कहानी और उनके टिप्स से सिर्फ़ मार्गदर्शन...
View Articleजानिए उस महिला के बारे में जिसने झंडा फहराकर भारत छोड़ो आंदोलन में जान फूंक दी !
यह कहानी है 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का दिल कही जाने वाली उस महिला की, जिन्होंने अंग्रेजों को झुकने पर मजबूर कर दिया। दिल्ली के एक मैदान में उनके फहराए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झंडे ने एक ऐसी...
View Articleहर धागा कुछ कहता है: आपके रक्षाबंधन को ख़ास बनाएंगी ये 6 इको-फ्रेंडली राखियाँ!
रक्षाबंधन- एक ऐसा त्यौहार जो भाई-बहन के लिए खास है। इस त्यौहार के लिए भाई-बहन साल भर इंतजार करते हैं और इस एक धागे से, हर साल इनके रिश्ते की डोर और मज़बूत होती चली जाती है। शायद यही कारण है कि बहनों में...
View Articleदिव्यांग होने के बावजूद इस फ़ौजी ने बनाया विश्व रिकार्ड, संवार रहे हैं सैकड़ों...
यह कहानी है एक ऐसे पैरा कमांडो की जो अपने ट्रेनिंग पीरियड में ही दुर्घटना का शिकार हो जाता है। घटना में रीढ़ व गले ही हड्डी टूट जाती है। दो साल तक लंबे इलाज के बाद वह मौत के मुंह से बाहर आता है।...
View Articleबैग भी डेस्क भी! IIT ग्रेजुएट के इनोवेशन से एक लाख गरीब बच्चों को झुककर बैठने...
देश के अधिकतर सरकारी स्कूलों की हालत आज भी खस्ताहाल है। जर्जर हो चुकी दीवारें मुश्किल से इमारत का बोझ उठा पाती हैं तो वहीं बारिश के मौसम में टपकती छत बहुत बार परेशानी का सबब बन जाती है। इन स्कूलों में...
View Articleकभी दिन के रु. 50 के लिए करते थे मजदूरी, आज किसानी से साल का टर्नओवर हुआ 50 लाख!
“इंसान को जब तक ठोकर नहीं लगती तब तक उसकी बुद्धि भी नहीं खुलती,” गंसू महतो अपने बीते दिनों को याद करते हुए कहते हैं। झारखंड के राँची जिले में बसे सदमा गाँव के रहने वाले किसान गंसू महतो कभी दिहाड़ी...
View Articleअनाथ बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए हर दिन शौचालय साफ़ करता है यह वेल्डर!
‘चैरिटी’ या दान का मतलब हर किसी के लिए अलग हो सकता है। लेकिन लोगनाथन के लिए इसका सिर्फ़ एक ही मतलब है- दूसरों के लिए कुछ अच्छा करने का मौका। एक दिहाड़ी मज़दूर के परिवार में जन्मे लोगनाथन आर्थिक तंगी के...
View Articleइस प्रोफेसर ने अपने घर में ही 700 रुपये से शुरू की थी भारत की पहली फार्मा कंपनी!
साल 1922 में उत्तर बंगाल में आई बाढ़ ने यहाँ सब-कुछ तबाह कर दिया। लाखों लोग बेघर होकर भूखे मरने की कगार पर आ गए। इन हालातों में एक रिटायर्ड भारतीय केमिस्ट और शिक्षाविद् इन लोगों के लिए आशा की किरण बनकर...
View Articleपाँच साल में 3500 घायल जानवरों को किया रेस्क्यू; 55 लावारिस कुत्तों को घर में...
कुछ कर गुजरने का अगर मन में जज़्बा हो तो छोटी उम्र और संसाधन की कमी कभी उसकी राह में बाधा नहीं बन सकती। रायपुर की युवती कस्तूरी बल्लाल ने इसे चरितार्थ कर दिखाया है। बीमार, जख्मी और लावारिस पशुओं की सेवा...
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