खुद नहीं बन पाई खिलाड़ी, बिहार की 3 हज़ार लड़कियों को सीखा दिया फुटबॉल खेलना!
सुबह के सात बज रहे थे। बिहार की राजधानी पटना से 14 किलोमीटर दूर फुलवारी ब्लॉक के शोरामपुर हाई स्कूल के मैदान में 16 साल की एक किशोरी, खिलाड़ी की वेश भूषा में मैदान के चक्कर लगा रही थी। पास में कुछ...
View Article15 अगस्त पर खरीदिये ये बीजों वाले झंडे, देश के प्रति पौधा बनकर उपजेगा आपका...
अब तक आपने कपड़े, प्लास्टिक से बने तिरंगे झंडे देखे होंगे लेकिन क्या आपने कभी बीजों से बना तिरंगा देखा है। शायद नहीं! अब आप सोचेंगे कि बीजों से झंडा कैसे बन सकता है? लेकिन यह सच है। देश में कुछ लोग...
View Articleगाँव से 5 किमी दूर पैदल जाया करते थे पढ़ने, अब अमेरिका में बने नामी वैज्ञानिक!
राजस्थान के जोधपुर जिले के भोपालगढ़ तहसील में एक छोटा सा गाँव है खारिया खंगार। इस गाँव के लोगों ने शायद ही कभी सोचा हो कि यहां के किसान का बेटा अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी तक पहुंचेगा। लेकिन बेटे...
View Articleबीमार-ज़रूरतमंद लोगों को अपने ऑटो से मुफ़्त में अस्पताल पहुंचता है यह ऑटो वाला!
ज़रूरी नहीं कि हर एक सुपर हीरो के पास अद्भुत शक्तियां ही हों। असल ज़िंदगी में लोग अपनी हिम्मत, जज़्बे और नेक कामों की वजह से सुपर हीरो बनते हैं। मुंबई में ऑटो चलाकर अपना निर्वाह कर रहे सुनील मिश्रा भी ऐसे...
View ArticleHither hither, Love
वो डूब रही थी. चमकदार लेकिन कड़वी शाम टेबल पर इतने सारे लोग बने ठने. और इतनी सारी काम की बातें। परिपक्व, ज़िम्मेदार गहरी बातें वो डूब रही थी उनमें वो भी डूब रहा था बातें तो करता था लेकिन अपने ख़यालों...
View Articleरिक्शा चालक ने एक इनोवेशन से खड़ा किया अपना अंतरराष्ट्रीय कारोबार!
हरियाणा के यमुनानगर जिले में दामला गाँव के रहने वाले धर्मबीर कम्बोज ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन उनकी बनाई मशीन की मांग भारत से आगे दक्षिण अफ्रीका, केन्या और जापान जैसे देश में भी होगी।...
View Articleमिलिए पक्षियों के दोस्त से, कईयों की बचाई जान, पकड़वाया 110 शिकारियों को !
पि छले साल फोटोग्राफर मनोज नायर द्वारा 7 जून को खींची गई एक मादा कृष्णग्रीव सारस की तस्वीर काफी वायरल हो गयी। इस तस्वीर में एक मादा कृष्णग्रीव सारस की चोंच, एक प्लास्टिक की टूटी बोतल के ढक्कन से बंद हो...
View Articleकलेक्टर की पहल : पथरीले रास्तों से गुज़र, हर घर तक पहुँच सकती है अब बाइक...
स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के चलते देश में हर साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। सुदूर क्षेत्र में रहने वाली आबादी को भी समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। इसकी मुख्य वजह क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा...
View Articleबेंगलुरु: शहर के बीचो-बीच रेंट पर खेत लेकर उगाए अपनी मनपसंद और हेल्दी सब्जियां!
बचपन में हर साल गर्मियों की छुट्टियां हो, कोई त्यौहार या फिर शादी-ब्याह, सभी मौकों पर हम गाँव जाते थे। वहां का माहौल शहर से एकदम अलग था। सारा दिन खेत-खलिहानों में खेलना, जिद करके दादी-बुआ के साथ जाकर...
View Article“मैंने अपनी हीरो को खो दिया”- सुषमा की मदद से मिली थी इन लोगों को नयी राह!
“मैं कभी नहीं भूलूंगी कि कैसे सुषमा स्वराज ने मेरी मदद की थी जब मैं जर्मनी में बिना पासपोर्ट और पैसों के फंस गयी थी। उन्होंने मेरी खैरियत जानने के लिए खुद फ़ोन किया। और उन्होंने ऐसे ही और हजारों लोगों...
View Article65 वर्ष की उम्र में पारंपरिक खेती छोड़, अपनाई औषधीय खेती; लाखों में है अब मुनाफ़ा!
मेंथा और केले की खेती के गढ़ उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में अब औषधीय यानी जड़ी बूटियों की खेती भी होने लगी है। यहाँ के किसान अब खेती में नए प्रयोग कर ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसे ही एक किसान है...
View Articleअंडमान: IFS अफ़सर की इको-फ्रेंडली पहल, प्लास्टिक की जगह बांस का इस्तेमाल!
पिछले साल गुजरात वन विभाग ने इको-फ्रेंडली कदम उठाते हुए अपने यहां नर्सरी में पौधों के सैपलिंग उगाने के लिए प्लास्टिक की जगह नारियल के खोल का इस्तेमाल करना शुरू किया था। उनकी इस पहल की पूरे देश में...
View Articleमाता-पिता न बनने का लिया फ़ैसला ताकि पंद्रह ज़रूरतमंद बच्चों को दे सके बेहतर...
अपने बच्चों को अच्छे से अच्छा बचपन देना, उनकी ज़रूरतों को पूरा करना हर माँ बाप का सपना होता है। यूँ कहें कि बच्चे के आ जाने से परिवार की प्राथमिकताएं ही बदल जाती है। जहाँ युवा-अवस्था में हर इंसान अपने...
View Articleकैसे छत्तीसगढ़ का यह एक जिला बना रहा है 28 हज़ार महिलाओं और बच्चों को...
‘यह आर्टिकल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्पोंसर किया गया है!’ 22 जून को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा ब्लॉक में स्थित गंजेनर गाँव के स्थानीय बाज़ार में सामान्य दिनों से कुछ ज़्यादा ही भीड़ थी। इसका कारण था- फ्री हेल्थ...
View Articleडेनमार्क के प्राइमरी स्कूलों में दिया जाता है राजस्थान के इस गाँव का उदाहरण!
अगर मैं आपको राजस्थान के किसी एक गाँव की कल्पना करने को कहूं तो शायद आपके दिमाग में ऐसा गाँव उभर कर आएगा जहां रेगिस्तान है, हरियाली नहीं है, पानी का अभाव है, वगैरह वगैरह! लेकिन उदयपुर से 71 किमी दूर एक...
View Article11 साल, 40 हज़ार पेड़ और एक ‘पागल’हीरो: मिलिए चित्रकूट के ट्री-मैन से!
यह कहानी है चित्रकूट के ‘वृक्ष पुरुष’ कहे जाने वाले बाबा भैयाराम यादव की। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के भरतपुर गाँव के रहने वाले भैयाराम ने साल 2007 में शपथ ली थी कि वे सिर्फ़ पेड़ों के लिए जियेंगे।...
View Articleपॉकेट मनी से शुरू किया स्कूल, कूड़ा बीनने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ा!
“शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसे आप दुनिया बदलने के लिए उपयोग कर सकते हैं।” – नेल्सन मंडेला नेल्सन मंडेला के इस कथन के महत्व को समझते हुए भारत सरकार ने 2001-02 में सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की...
View Articleवकालत छोड़, ग़रीब किसानों के लिए उगाने लगे बीज; बनाया उत्तर-प्रदेश का पहला...
आज देश की कृषि व्यवस्था अजीब दौर से गुज़र रही है। किसानों पर कर्ज के पहाड़ है। पानी, बिजली की समस्या से अन्नदाता परेशान है और आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं। लेकिन इस अंधेरे में भी उजाले की एक किरण है जो...
View Articleफ्लाईओवर के नीचे हर दिन 200 से भी ज़्यादा बच्चों को मुफ़्त में पढ़ाता है यह...
पूर्वी दिल्ली के यमुना खादर का झुग्गी कैंप उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से रोज़गार की तलाश में आने वाले बहुत से लोगों के लिए उनका घर है। इन झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोग या तो दिहाड़ी मजदूरी करते...
View ArticleIIT की दो छात्राओं ने बनाया कपड़े के पैड को साफ़ करने के लिए सस्ता डिवाइस!
लोग अक्सर इनोवेशन को इंजीनियरिंग से जोड़ते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, बल्कि यह किसी भी क्षेत्र में हो सकता है। जब भी हम इनोवेशन की बात करते हैं तो साथ में उससे होने वाले इम्पैक्ट की बात भी करते हैं।...
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