पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अपनी राजनीतिक पहचान के साथ-साथ साहित्य के लिए भी जाने जाते हैं। उनकी लिखी हुई कवितायेँ बहुत से लोगों ने पढ़ी होंगी। उनके कई काव्य-संग्रह भी प्रकाशित हुए हैं। इसके अलावा प्रसिद्द ग़ज़लकार जगजीत सिंह ने भी उनकी कई कविताओं को संगीतबद्ध किया है।
पर एक कवि होने के साथ-साथ, वाजपेयी की एक और पहचान है, वह है खुश मिजाज़ व हाज़िर जबाव व्यक्ति के रूप में। कितनी ही बार अपने भाषणों में, कविताओं में, पत्रकारों के सवालों के जबाव में और विपक्ष के नेताओं को चुप कराते समय, उन्होंने अपने इस हास्य-स्पद और कटाक्षपूर्ण ढंग का परिचय दिया।
आप स्वयं ही पढ़ लीजिये कुछ वाकये, जो उनकी हाज़िर-जबावी के उदाहरण हैं,
1. प्रभावशाली संयुक्त राष्ट्र?
2. सबका दिल जीतने वाले!
3. सही पकड़े हैं!
4. जीवन का कटु सत्य!
5. लो कर लो बात!
6. प्रेम (कटाक्ष) की राह से!
7. वाह!
8. कोई परेशानी है तो बताइये!
तो ऐसे हैं हमारे भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी। जिन्होंने अपनी सूझ-बुझ से भारत का नेतृत्व किया और आज भी लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
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