गाँव में अस्पताल बनाकर बेटे ने किया सब्जी-बेचनेवाली माँ का सपना पूरा
सब्जी बेचने वाली एक माँ के सपने को बेटे ने डॉक्टर बनकर किया पूरा और इस तरह गांव में खुला जरूरतमंदों के लिए पहला Free हॉस्पिटल। यह किसी फिल्म की कहानी नहीं है बल्कि असल जिंदगी का किस्सा है। बात 1971...
View Articleरोज़ 100 बेजुबानों का पेट भरती हैं निहारिका, किया 500 को रेस्क्यू
सड़क पर रहने वाले बेजुबानों को हम इंसानों से क्या चाहिए? बस थोड़ा सा प्यार, दो वक़्त का खाना और सोने के लिए एक सुरक्षित जगह। लेकिन बड़ा दुःख होता है यह देखकर कि कई जानवर सड़क पर घायल और दयनीय हालत...
View Article‘नशा करने से भूख नहीं लगती’नशे के चंगुल से निकालकर संवार रही हैं बचपन
आप डेंड्राइट का नशा को क्यों सूँघते हैं?” चार साल पहले कोलकाता के सेवड़ाफुली स्टेशन के बाहर बैठे 7 से 11 साल के बच्चों से जब मोइत्री बनर्जी ने ये सवाल किया तो जवाब मिला। “क्योंकि यह दो टाइम के खाने...
View Articleकभी खुद पीड़िता रह चुकी शाहीन, संवार चुकी हैं 50 एसिड अटैक सर्वाइवर्स की जिंदगी
“हौसले बुलंद कर तू पहल कर, देखकर तुझको.. काफिला खुद बन जाएगा।” इन पंक्तियों को दिल्ली की शाहीन मलिक ने बखूबी अपने जीवन में उतारा है। शाहीन एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं और आज अपने ही जैसे सैकड़ों लोगों के...
View Articleपरीक्षा से पहले पिता व भाई को खोया, हिम्मत और लगन से हिमांशु नागपाल 22 की...
कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं, जो लोगों की ज़िंदगी का रुख मोड़ देती हैं। ऐसा ही कुछ हिमांशु के साथ हुआ, जिससे वह पढ़ाई को लेकर काफ़ी गंभीर हो गए और सिविल सेवा परीक्षा पास करके ही रुके। पिता के आखिरी...
View Articleकभी खुद जीना भूल चुके विवेक ने सिखाया 800 लोगों को फिर से जीना
जीवन का मतलब हराना और रुकता जरूर हो सकता है लेकिन मरना कभी नहीं। मुंबई के विवेक शर्मा लोगों को जीवन का यह जरूरी सबक सीखा रहे हैं। इस काम को करने की प्रेरणा उन्हें अपने जीवन के अनुभवों से मिली थी। साल...
View Articleमिट्टी की चाह बनी प्रेरणा, आज गाँव में रहकर लोगों तक पहुंचा रहे हैं कोंकण की...
कोरोना के समय में जब एक दरवाज़ा बंद हुआ तो कई लोगों ने नए रास्ते अपनाकर सफलता की नई कहानियां लिख डालीं। ऐसी ही दास्तान है महाराष्ट्र के रहने वाले दंपति शिरीष और पूजा गावस की; जो अच्छी-खासी नौकरी और...
View Articleकभी खाने के लिए कूड़ा बीनने वाली लिलिमा, आज शेफ बनकर लोगों को परोस रहीं...
“सफ़र में मुश्किलें आए तो हिम्मत और बढ़ती है..अगर कोई रास्ता रोक, तो जुर्रत और बढ़ती है।” आज कहानी ऐसी ही हिम्मत और हौसलों वाली लड़की ‘लिलिमा खान’ की। दिल्ली की लिलिमा कभी सड़को पर रहती थीं और सड़क का...
View Articleरात में कुली, दिन में शिक्षक! अपनी कमाई से चला रहें जरूरतमंद बच्चों के लिए...
31 साल के नागेशु पात्रों पढ़-लिखकर एक अच्छी सरकारी नौकरी हासिल करना चाहते थे। लेकिन MA तक की पढ़ाई करने बाद भी, उन्हें कुली की नौकरी मिली। ऐसा नहीं था कि वह मेहनती नहीं थे लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने...
View Articleइंजीनियर के बनाए QR Code लॉकेट की मदद से अपनों से मिल सकेंगे लापता लोग
हमारे रोज़ के अखबार गुमशुदा लोगों की खबरों से भरे रहते हैं। अक्सर, ऐसी सूचनाओं को देखकर हम उन परिवारों के प्रति सहानुभूति तो करते हैं लेकिन अगले ही पल महज एक तमाशबीन बनकर इसे भूल जाते हैं। आपको जानकर...
View Articleआज़ाद भारत को पहला ओलंपिक गोल्ड दिलाने वाला गुमनाम नायक
भारतीय हॉकी की बात करें तो ज़हन में सबसे पहले आता है वह सुनहरा दौर जब 1928 से 1960 तक, भारतीय मेंस हॉकी टीम ने ओलंपिक में लगातार छह खिताब जीते और दुनिया भर में देश को गौरवान्वित किया। इतिहास गवाह है...
View Articleकभी विदेश में करते थे शो आज गुमनामी के अंधरे में खो चुके हैं यह कठपुतली कलाकार
OTT और इन ढेरों सोशल मीडिया प्लेटफार्म से दूर एक दौर ऐसा भी था, जब लोग किसी सामाजिक मुद्दे पर जागरूकता लाने या मनोरंजन के लिए स्थानीय कलाकारों पर निर्भर रहते थे। यह स्थानीय कला हमारी संस्कृति का अटूट...
View Article500 बुजुर्गों का ख्याल रखने वाला बेटा, पिता की याद में चला रहा फ्री टिफिन सर्विस
खेड़ा, गुजरात के एक बिज़नेसमन मनुभाई पंचाल सालों से अपने आस-पास के जरूरतमंद लोगों की मदद और राहगीरों को पानी पिलाने जैसे काम करते थे। लेकिन, पांच साल पहले उनका निधन हो गया। पिता के निधन के बाद उनके बेटे...
View Articleपिता 25 साल से लगा रहे चाट-पकौड़ी का ठेला, बेटी मेहनत के दमपर UPSC में AIR 93...
पिता का सपना था कि बेटी खूब पढ़ लिखकर परिवार का नाम रोशन करे। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने 25 सालों तक चाय-पकौड़े का ठेला लगाकर, मुश्किल से परिवार का खर्च चलाया लेकिन बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं...
View Articleमहाराष्ट्र के गाँव में हज़ारों साल पुरानी तकनीक से बना एक ऐसा घर जो है...
आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने के बाद महारष्ट्र के रहने वाले प्रतीक धनमेर, शार्दुल पाटिल और विनीता कौर ने समाज के लिए कुछ करने का फैसला किया। अपने काम से ये युवा आर्किटेक्ट गाँव के लोगों के जीवन में बदलाव...
View Articleडॉ. माला की पहल से 2500 बेजुबानों को मिला नया जीवन
बेजुबान जानवरों से प्यार करने वाले या उन्हें रोज़ खाना खिलाने वाले एनिमल लवर्स तो आपने कई देखें होंगे। लेकिन अपना पूरा जीवन बेसहारा बेजुबानों की रक्षा के लिए कुर्बान करने वाले लोग कम ही होते हैं। आज...
View Articleइस गांव में सभी हैं Youtubers, कलेक्टर की मदद से खुला स्टूडियो भी
अगर गांव का नाम सुनकर आपको आज भी किसी पिछड़ी हुई जगह का ख्याल आता है तो छत्तीसगढ़ का यह गांव आपकी सोच पूरी तरह से बदल देगा। क्योंकि यहां का तुलसी गांव तकनीक और आधुनिकता के मामले में किसी शहर से कम नहीं...
View Articleद बेटर इंडिया की पहल का असर! ज़रूरतमंदों तक पहुँची खुशियों की थाली
सड़क पर किसी वृद्ध को भीख माँगते या किसी बच्चे को गुब्बारे बेचते तो आपने भी देखा होगा! समाज में हमारे बीच ऐसे कई लोग हैं जो रोटी, कपड़ा और छत जैसी मूल ज़रूरतों से भी वंचित हैं। यह ज़िम्मेदारी है हमारी...
View Articleएक युवा की पहल से 5 रुपये में बेजुबानों को मिल रहा है पौष्टिक खाना
क्या आप भी रोज़ 5 रुपये का बिस्किट का पैकेट खरीदकर कुत्तों को खिलाने जाते हैं। अगर हाँ, तो यह कहानी शायद आपको सोचने पर मजबूर कर देगी। कुछ साल पहले जयपुर के गजराज सिंह ने सुबह-सुबह एक इंसान को चाय की...
View Articleभारत की पहली महिला पायलट, मात्र 21 साल की उम्र में विमान उड़ाकर रच दिया था...
क्या आपको पता है कि दुनिया में सबसे ज़्यादा महिला पायलट किस देश में हैं? यह देश है भारत। हम किसी भी अन्य देश की तुलना में महिला पायलटों के अनुपात में सबसे ऊपर हैं। यहाँ के आसमान में महिलाएं राज करती...
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