अमृतांजन बाम: देशवासियों के लिए एक स्वतंत्रता सेनानी का स्वदेशी उपहार!
‘अमृतांजन बाम’, 1980 या 1990 के दशक में भारत में बड़े होने वाले बच्चों के यह उनकी ज़िन्दगी का एक ज़रूरी हिस्सा है। उस समय यह बाम शायद हर घर में पाया जाता था। पीले रंग की छोटी सी शीशी में एक जादुई सा मलहम...
View Articleछात्र डिप्रेशन में न जाएँ इसलिए कोटा डीएम ने उठाया इतना बड़ा जोखिम!
ट्विटर पर कुछ हफ्ते पहले #ThankyouDMKota ट्रेंड हुआ था। इस हैशटैग के जरिए लोग ओम प्रकाश कसेरा के लिए सम्मान और कृतज्ञता जाहिर कर रहे थे। 2012 बैच के आईएएस अधिकारी कसेरा वर्तमान में राजस्थान के कोटा में...
View Articleलॉकडाउन में बेंगलुरु में फंसे लोगों के लिए मसीहा बने मेजर आर्य!
देशव्यापी लॉकडाउन और कोरोना महामारी की वजह से जिंदगी थम-सी गई है। ऐसे कठिन समय में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी मेजर प्रदीप शौर्य आर्य बेंगलुरु में फँसे हजारों प्रवासी श्रमिकों और अन्य जरूरतमंद लोगों...
View Articleगार्डनगिरी: राजस्थान के अजय शर्मा से सीखें जीरो बजट में छत पर सब्जियाँ उगाना!
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा कस्बे के रहने वाले अजय शर्मा पिछले तीन वर्षों से अपने घर की छत पर ऑर्गेनिक फार्मिंग कर रहे हैं। इस ऑर्गेनिक किचन गार्डन की खासियत यह है कि इसे घर में बेकार पड़ी...
View Articleकिसी म्युज़ियम से कम नहीं इस किसान का खेत, एक साथ उगाए 111 तरह के धान!
भारतीय इकोलॉजिस्ट, डॉ. देबल देब के मुताबिक, भारत में साल 1970 तक लगभग 1 लाख 10 हज़ार चावल की किस्में थीं लेकिन आज मुश्किल से सिर्फ 6 हज़ार किस्में ही बची हैं। जिनमें से भी हर दिन कोई न कोई किस्म लुप्त हो...
View Articleबिहार की सुनीता बाँस और पाइप में उगा रही हैं सब्जियाँ, मशरूम ने बनाया...
कोरोना संक्रमण के बीच एक शब्द की खूब चर्चा हो रही है, वह है ‘आत्मिनिर्भर भारत’। इसका शाब्दिक अर्थ है खुद के पैर पर खड़े लोग। मतलब स्वरोजगार। देश में कई ऐसे लोग हैं जो इस शब्द को हू-ब-हू चरितार्थ कर रहे...
View Articleमहाराष्ट्र के 17 जिलों के किसानों के लिए ‘जल संरक्षक नायक’ हैं यह 72 वर्षीय...
उल्हास परांजपे सिविल इंजीनियर हैं और मुंबई में रहते हैं। वह साल में एक बार कोंकण तट के बंदरगाह शहर रत्नागिरी का दौरा करते हैं। इस इलाके में, उनके रिश्तेदारों के पास कई एकड़ जमीन है और उन्हें शहरी जीवन...
View Articleसाढ़े 3 लाख किताबें, 65 केंद्र, और कोशिश एक, मुफ्त में मिले ज़रूरतमंदों को...
बहुत समय पहले हमने दार्जीलिंग में रहने वाली सृजना सुब्बा की कहानी प्रकाशित की थी। सृजना का कहना है कि दुनिया के हर बच्चे को अच्छी किताबें पाने और पढ़ने का अधिकार है। इसलिए उन्होंने अपने इलाके के बच्चों...
View Articleनौकरी की बजाय चुनी व्यवसाय की राह ताकि सहेज सकें ओडिशा की पारंपरिक कलाओं को!
हमारा देश उत्तर से लेकर दक्षिण तक विविध कलाओं को अपने में समेटे हुए है। जितनी भिन्नता हमारे यहाँ बोली और भाषाओं में है, उतनी ही भिन्नता कला में भी है। कई राज्यों की कला का बहुत बड़ा बाजार है लेकिन इन...
View Articleकंपनी मैनेजर के पद को छोड़ गाँव के ‘लेमन मैन’ बने यूपी के आनंद!
उत्तर प्रदेश में रायबरेली के गाँव कचनावा (पोस्ट-डीह) के रहने वाले आनंद मिश्रा की कहानी काफी रोचक है। कभी बड़ी कंपनी में काम करने वाला यह शख्स खेती-किसानी करने लगा है और खेती भी तो केवल नींबू की। नींबू...
View Articleबाड़मेर के ग्रामीणों की पहल, पक्षियों के दाना-पानी के लिए टिन के डब्बे को...
मई के अंतिम हफ्ते में राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सहित भारत के कई हिस्सों में प्रचंड गर्मी थी। जिससे दिन का तापमान सामान्य से काफी ऊपर पहुँच गया था। दिल्ली में अधिकतम...
View Articleबेंगलुरु के इंजिनियर दोस्तों का कमाल, मछली के अपशिष्ट से उगा रहे साग सब्जियाँ!
ये कहानी है पाँच इंजीनियरदोस्तों की, जो वीकेंड पर न तो किसी क्लब में जाते हैं, न ही किसी मॉल में और न ही ये कोई फिल्म देखने का प्लान बनाते हैं। ये पाँचों तो अपना वीकेंड अपनी छत के खेत में बिताते हैं।...
View Articleमन की आवाज़ सुन छोड़ी शहरी नौकरी, गाँव लौट बंजर ज़मीन में डाली जान!
गाँव में बंजर पड़ी जमीन पर अपनी मेहनत से जैविक फसल लहलहाने वाले उत्तराखंड के नरेंद्र कफोला ने स्वरोजगार की अनोखी मिसाल पेश की है। 17 साल पहले गाँव से पलायन करने वाले नरेंद्र दिल्ली जैसे शहर की भागदौड़...
View Articleकीनू का बगीचा लगा सालाना पाँच लाख कमा रहे हैं राजस्थान के 70 वर्षीय सुमेर राव!
राजस्थान के झुंझनू जिले के 70 वर्षीय चौधरी सुमेर राव ऐसे लोगों के लिए मिसाल हैं जो 60 की उम्र पार करते ही सोचते हैं कि अब उनका वक्त नहीं रहा। सुमेर राव इस उम्र में कीनू की बंपर खेती कर रहे हैं और...
View ArticleIISC की पूर्व छात्रा ने अपार्टमेंट में बनाया बगीचा, यूट्यूब पर हैं 6.5 लाख फैन!
किसी ने कहा है कि नियमित रूप से अपने बगीचे के पौधों की ऊपरी हिस्से की मिट्टी को ऊपर-नीचे करते रहना चाहिए। बागवानी से जुड़ा हर शख्स आपको यह सलाह जरूर देगा। यूट्यूबर डॉ. एकता चौधरी एक वीडियो में इसका...
View Articleपति थे बीमार, बेटे को भी खो चुकी थीं पर संघर्षों को चीरकर ऐसी लिखी अपनी दास्तान!
इंदौर को ‘मिनी मुम्बई’ भी कहा जाता है। जहाँ एक ओर यह मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी है वहीं इसे राज्य का एजुकेशन हब भी कहा जाता है। यहाँ कई महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान है, वहीं कई कोचिंग सेंटर भी इस शहर...
View Article84 साल की गुजरात की दादी के लिए रिटायरमेंट की उम्र अभी है दूर, फूड बिजनेस में...
अहमदाबाद की रहने वाली शर्मिष्ठा सेठ रिटायरमेंट की कगार पर हैं। जीवन के इस पड़ाव में ज़्यादातर लोग अपनी ज़िम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं। और अगर उनका स्वास्थ्य अनुमति दे तो इस उम्र में ज़्यादातर...
View Articleबेटे के पैर में शीशे चुभे तो पूरे पहाड़ को साफ कर, उन्हीं शीशों से बना दिए...
झारखंड सरकार में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के बेटे के पांव में शीशा क्या चुभा उसने पूरे पहाड़ को ही साफ-सुथरा करने की जिद ठान ली। उसने ना सिर्फ टूटे-फूटे शीशों को चुनना शुरू कर दिया, बल्कि उन टुकड़ों से कई...
View Articleटिड्डियों को भगा सकता है पद्म श्री से सम्मानित इस किसान का ‘कीचड़ वाला फार्मूला’!
11 अप्रैल 2020 के बाद से, भारत के कई राज्यों को टिड्डियों के हमले का सामना करना पड़ा है। राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र तक, इन कीटों ने सब्जी और दलहनी फसलों को निशाना बनाया। टिड्डियों के...
View Articleमिट्टी से बने ये ‘गोल घर’बड़े से बड़े चक्रवात को भी आसानी से झेल सकते हैं!
मुझे आज भी याद है मैं बचपन में जब भी मिट्टी के घर बनाता था तो उसे सही आकार देने के लिए नारियल के गोलों का इस्तेमाल करता था। ये छोटे घर उन दिनों की बात है जब मेरी कल्पना तो असीमित थी लेकिन घर बनाने के...
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