भुला दिए गए नायक : काकोरी कांड में शामिल वह देशभक्त, जिसने आजीवन की देश की सेवा!
“सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जो कितना बाजु-ए-कातिल में है” – राम प्रसाद बिस्मिल इन पंक्तियों को हम सब अपने बचपन से सुनते आ रहे हैं। ये कविता महान क्रन्तिकारी राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ ने...
View Articleएक और दंगल : पिता ने देखा था ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना, आज बेटी ने किया...
“मैं भी कभी पहलवान हुआ करता था, माँ-बाप की बड़ी आस थी कि देश के लिए मेडल जीतें, पर एक चोट की वजह से ऐसा हो नहीं पाया। तो जब सिमरन हुई तब से मन में बड़ी इच्छा थी कि उसको खेलों में आगे बढ़ाना है। हम तो न कर...
View Articleबचपन के पंछी को यौवन ने फाँसा!
ओ’ अकिंचन कोमलता के दूत ओ अंजुरी भर सुख मेरे बचपन की गन्ध में सने छाती भर खिंचे महीन अन्तःस्पन्दन ओ चन्दन! लड़कपन के पहले चुम्बन रश्मि प्रवाहों के पहले कम्पन याद हैं सौंदर्य निवेदन? बरबस छिड़े अविरल गीत...
View Articleजतिंद्रनाथ दास: वह क्रांतिकारी जिसने देश की आज़ादी के लिए जेल में दे दी अपनी...
“शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा” हर साल स्वतंत्रता दिवस पर ऐसी ही कुछ दिल छू जाने वाली पंक्तियाँ हम बड़े ही उत्साह के साथ अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर शेयर...
View Articleछत्तीसगढ़ के युवा आईपीएस आरिफ शेख ने कम्युनिटी पोलिसिंग से बदल दी यहाँ की तस्वीर!
जब भी हम पुलिस के बारे में सोचते हैं, तो हमारे भीतर डर की भावना आने लगती है। बच्चो को हमेशा से बताया जाता है कि तुम होमवर्क कर लो नहीं तो पुलिस अंकल आकर पकड़ लेंगे। आम आदमी के जहन में पुलिस वालों की छवि...
View Articleस्वामी दयानंद सरस्वती : वह सन्यासी जिसने धार्मिक कुरीतियों को दरकिनार कर धर्म...
आर्य समाज के संस्थापक और आधुनिक पुनर्जागरण को दिशा देने वाले महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी का जन्म 12 फरवरी 1824 को गुजरात में मोराबी के टंकारा गांव में हुआ था। मूल नक्षत्र में जन्म होने के कारण उनका...
View Articleमल्लिका-ए-ग़ज़ल बेगम अख्तर की वो ग़ज़लें जो कभी प्यार बनी कभी दर्द!
मल्लिका-ए- ग़ज़ल या फिर ग़ज़ल की रानी बेगम अख्तर भारत की प्रसिद्ध गायिका थीं, जिन्हें दादरा, ठुमरी व ग़ज़ल में महारत हासिल थी। उत्तर प्रदेश के अवध के फैज़ाबाद में 7 अक्टूबर 1914 को जन्मीं बेगम अख्तर का नाम...
View Articleटुकड़े-टुकड़े बिखर जाता हिन्दुस्तान अगर न होते सरदार!
“जब तक एक इंसान अपने अन्दर के बच्चे को बचाए रख सकता है तभी तक जीवन उस अंधकारमयी छाया से दूर रह सकता है, जो इंसान के माथे पर चिंता की रेखाएं छोड़ जाती है।” – सरदार वल्लभ भाई पटेल वर्ष 2004 की बात है ,...
View Article1 नवम्बर: भारत के छह राज्यों का एक ऐतिहासिक दिन!
भारत के इतिहास में 1 नवंबर का बहुत महत्व है। यह वह तारीख है जिस दिन वर्षों पहले देश के विभिन्न राज्यों का भाषा के आधार पर पुनर्गठन करने का फ़ैसला लिया गया था। 1 नवंबर का दिन भारत के छह राज्यों के इतिहास...
View Articleशहीद मेजर अक्षय की 5 साल की बेटी को ट्विटर पर मिली देश भर से शुभकामनायें!
श हीदों की चिताओं पर जुड़ेंगे हर बरस मेले वतन पर मरनेवालों का यही बाक़ी निशाँ होगा….. पर ऐसा भी कहाँ होता है? हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए आये दिन कोई न कोई बहादुर जवान शहीद हो जाता है और...
View Articleप्रभा खेतान की कहानी –छिन्नमस्ता!
हि न्दी भाषा की लब्ध प्रतिष्ठित उपन्यासकार, कवयित्री तथा नारीवादी चिंतक प्रभा खेतान ने अपनी रचनाओं में जहाँ एक ओर स्त्री जीवन की विविध समस्याओं को उठाया हैं, वही दूसरी ओर उन्होंने इन समस्याओं से स्त्री...
View Articleगाँधी जी के साथ 180 किलोमीटर मार्च कर, इस महिला स्वतंत्रता सेनानी ने छेड़ी थी...
सब जानते हैं कि गांधी जी द्वारा शुरु किये गये आज़ादी के आन्दोलन में सबसे अहम भूमिका आम औरतों ने निभाई थी। हर तबके की औरत ने अपने घरों से निकलकर गाँधी जी का साथ दिया, उनके साथ दांडी मार्च किया। औरतें ही...
View Articleभूत / देव / नरक / पाताल
भूत, देव नरक, पाताल ख़ुशी की खोज/ बुरे हाल भविष्य की तिकड़म गुज़री बातों के जाल भगवान या नास्तिकता? और ब्रह्माण्ड.. क्या है इसकी वास्तविकता? अब भई ये सवाल सबके सवाल नहीं. आम आदमी तो...
View Articleवह कथक डांसर जिसे 16 साल की उम्र में रबिन्द्रनाथ टैगोर ने दिया ‘नृत्य...
कहते हैं कि बनारस शिव का धाम है और शायद इसीलिए हर एक कला इस धाम में बसती है। बनारस घराने में गायकी से लकर नृत्य, किसी कला की कोई कमी नहीं। जहाँ ठुमरी की रानी ‘गिरिजा देवी’ बनारस के घराने से थीं वहीं...
View Article500 पाकिस्तानियों पर अकेले भारी पड़े थे भारत के प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर...
“मैं अपने सामने आए कर्तव्य का पालन कर रहा हूँ। यहाँ मौत का क्षणिक डर ज़रूर है, लेकिन जब मैं गीता में भगवान कृष्ण के वचन को याद करता हूँ, तो वह डर मिट जाता है। भगवान कृष्ण ने कहा था कि आत्मा अमर है, तो...
View Articleवासुदेव बलवंत फड़के: वह क्रांतिकारी जिनकी आदिवासी सेना ने अंग्रेजों को लोहे...
अगर बात करे भारतीय स्वतंत्रता की क्रांति और उन क्रांतिकारियों की जिनकी वजह से देश को आजादी मिली तो इतिहास की रेत में शायद हज़ारों नाम दबे मिले। पर हम सिर्फ कुछ नामों से ही रु-ब-रु हुए हैं। वैसे तो भारत...
View Articleसुदामा पाण्डेय ‘धूमिल’: हिंदी साहित्य का वह कवि जिसने जनतंत्र की क्रांति को...
“एक आदमी रोटी बेलता है एक आदमी रोटी खाता है एक तीसरा आदमी भी है जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है वह सिर्फ़ रोटी से खेलता है मैं पूछता हूँ– ‘यह तीसरा आदमी कौन है?’ मेरे देश की संसद मौन है।” यह कविता...
View Articleकेदारनाथ : डेढ़ साल तक हज़ारों गाँवों में भटक कर ढूंढ निकाला मृत घोषित पत्नी को!
कुछ समय पहले ही सुशांत सिंह अभिनीत फिल्म ‘केदारनाथ’ का टीज़र रिलीज़ किया गया है। केदारनाथ का नाम सुनकर ही हमारी आँखों के सामने वह भयानक मंजर आ जाता है जिसने साल 2013 में न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश...
View Articleगोभी की खेती के लिए इस किसान का नाम सामिल हुआ लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में,...
राजस्थान के सीकर जिले से ताल्लुक रखने वाले जगदीश प्रसाद पारीक साल 1970 से खेती कर रहे हैं। पारम्परिक खेती के अलावा वे अपने दो हेक्टेयर खेत में अनार, निम्बू, बेल, और गुलाब के साथ-साथ गोभी भी उगाते हैं।...
View Articleभुला दिए गए नायक : भारतीय वायुसेना के सबसे पहले चीफ एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी!
भारतीय वायुसेना के सबसे पहले चीफ एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी की कहानी न केवल अफसरों बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रेरणादायक है। वह व्यक्ति जिसकी दृढ़ता और मानवता के लिए पूरा देश उनका सम्मान करता है। वह...
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