इस दिवाली करें बदलाव की शुरुआत, हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए गिफ्ट करें ये ख़ास...
एक महीने पहले से ही घरों में दिवाली की साफ़-सफाई होने लगती है और साथ ही, लिस्ट तैयार होने लगती है नाते-रिश्तेदारों को क्या तोहफे भिजवाने हैं। सबसे ज़्यादा इसी बात की चिंता होती है कि किसको क्या दें और...
View Articleवो आदमी कभी औरत था
पश्चिमी दुनिया में रहने पर एक बात बहुत बाद में समझ आई कि (बहुधा) पुरुष अपने पौरुषत्व और स्त्री अपनी स्त्रियोचित भूमिका के पिंजरे में बंधे होते हैं. हालाँकि ऊपर ऊपर से देखें तो एक पश्चिमी औरत, मर्दों के...
View Articleअच्छी-ख़ासी नौकरी है, पर सुबह स्टेशन पर बेचते हैं पोहा; वजह दिल जीत लेगी!
मैं अब तक सिर्फ़ दो ही बार मुंबई गयी हूँ, बहुत भागता हुआ शहर लगता है यह मुझे। जहाँ किसी को किसी के लिए वक़्त नहीं, सब अपनी ज़िंदगी के सहेजने में इतने व्यस्त हैं कि किसी और के बारे में सोचने की फुर्सत कौन...
View Articleअहमदाबाद की सड़कों पर ऑटो, लोडिंग गाड़ी, कैब और स्कूल बस दौड़ा रही हैं ये...
“जब मेरी शादी हुई तब तो मैंने दसवीं कक्षा भी पास नहीं की थी। पर फिर मेरे पति ने मुझे आगे पढ़ने के लिए बहुत प्रेरित किया। सिर्फ़ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि अगर कोई कोर्स करना है कुछ सीखना है या फिर जॉब, हर एक...
View Articleजानवरों के प्रति जुनून ऐसा कि नाम ही पड़ गया ‘कुत्ते वाली भाभी’
बेजुबानों से बेइंतहा नफरत करने वालों के बीच कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो न केवल उनका दुःख-दर्द समझते हैं, बल्कि उनके अधिकारों के लिए कानून का दरवाज़ा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटते। फिर भले ही इसके लिए उन्हें...
View Articleपिता की मृत्यू के बाद छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई, आज 70 बच्चों को पढ़ा रहा है यह शख्स!
उड़ीसा के संबलपुर में दलदलीपड़ा इलाके में पले-बढ़े राजेंद्र सतनामी हमेशा से ही अच्छा पढ़-लिखकर ज़िंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते थे। पर उनके पिता के देहांत के बाद उनके कंधों पर आई परिवार की ज़िम्मेदारी में उनके...
View Articleदेश की आज़ादी के लिए अमेरिका की सुकून भरी ज़िंदगी छोड़ आई थी यह स्वतंत्रता...
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भी उतनी ही भागीदारी रही, जितनी कि पुरुष सेनानियों की। अरुणा आसफ अली, लक्ष्मी सहगल, सुचेता कृपलानी, तारा रानी श्रीवास्तव, और कनकलता बरुआ आदि अनगिनत नाम हैं,...
View Article11वीं पास किसान ने कर दिए कुछ ऐसे आविष्कार, आज सालाना टर्नओवर हुआ 2 करोड़!
हम सभी सुनते आए हैं कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है। इस दुनिया में हमें जितने भी सुख भोगने को मिले हैं, उनमें से अधिकांश के पीछे आवश्यकता ही छिपी रही होगी, ऐसा हम कह सकते हैं। उक्त कहावत का...
View Articleसड़कों पर मरते हुए छोड़ देते हैं जिन्हें लोग, उन्हें इलाज और छत देता है यह शख़्स!
आप और हम सड़क किनारे चलते किसी गरीब, बुजुर्ग और मानसिक रोगी को देखते हैं। उन्हें देख मन में अफसोस करते हैं और सोचते हैं सरकार को इनके लिए कुछ करना चाहिए। तेलंगाना राज्य के सिकंदराबाद में एक एनजीओ है,...
View Articleमुंबई: घर-घर से इकट्ठा किये प्लास्टिक से बनेंगे अब पब्लिक पार्क के लिए बेंच!
अक्सर हम सोचते हैं कि आखिर एक पॉलिथीन या फिर एक प्लास्टिक की बोतल से क्या बिगड़ जाएगा? लेकिन सालों से हमारी इसी एक सोच ने आज देश और दुनिया में प्लास्टिक के कचरे के बड़े-बड़े पहाड़ खड़े कर दिए हैं। धीरे-धीरे...
View Articleबिहार: धान की भूसी से पक रहा है खाना, 7वीं पास के इनोवेशन ने किया कमाल!
अक्सर किसान खेतों में फसल के बाद बचने वाले जैविक कचरे को यूँ ही जला देते हैं। लेकिन इस कचरे का अगर सही ढंग से इस्तेमाल किया जाये तो यही कचरा ग्रामीणों के लिए पारम्परिक ईंधन का एक अच्छा विकल्प हो सकता...
View Articleहरियाणा का यह किसान दुनिया के कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हो चुका है सम्मानित!
सफलता की यह कहानी है प्रगतिशील किसान ईश्वरसिंह कुंडू की, जो हरियाणा के छोटे से गाँव कैलरम में रहते हुए भी अपनी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के चलते पूरी दुनिया के किसानों के लिए एक मिसाल बन गए हैं। कभी...
View Articleइस दिवाली खरीदिये ये ख़ास पटाखे, जिनसे धुंआ नहीं सिर्फ़ मिठास घुलेगी!
साल 2018 से चर्चा में आये ‘ग्रीन क्रैकर्स’ को सीएसआईआर-नीरी के वैज्ञानिकों ने बनाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये पटाखे, पारंपरिक पटाखों की तुलना में 30% कम प्रदुषण करते हैं। इन ‘ग्रीन क्रैकर्स’ को...
View Articleराजस्थान का एक गाँव, जहाँ सालाना इक्ट्ठा होते हैं 10 हजार से भी ज्यादा कलाकर!
जब हम उत्सवों की बात करते हैं तो उनमें रंग होते हैं, रौशनी होती है, तरह-तरह के पकवान होते हैं, बहुत सारा उत्साह होता है। भारत में हमेशा से ही उत्सवों के नए-नए रंग देखने को मिलते हैं, फिर वो यहाँ के...
View Articleपढ़ाई के साथ करें कमाई भी, इन प्लेटफॉर्म्स पर मिलेंगे वर्चुअल इंटर्नशिप के...
मैं हरियाणा के एक छोटे शहर से ताल्लुक रखती हूँ, जहाँ मेरी दुनिया स्कूल से घर और घर से स्कूल तक ही सीमित थी। लेकिन जब बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया तो पता चला कि...
View Articleख़ामोशी की पंखुड़ियाँ !
1. जब तितलियाँ सारी रौशनी उड़ा ले जाएँ और तुम्हारी आँखों का उजाला बूँद बूँद टपके मेरे मन को सफ़ेद कर दे गीला कर दे बहुत दिनों तक एक शब्द भी न बोला जाए 2. ज़माना जिनकी सुनता था वो तीन बन्दर थे तीनों मर गए...
View Articleवह भारतीय जिसने दिया ‘ओयलर थ्योरी’का हल, 177 साल बाद हल हुई थी यह पहेली!
18वीं शताब्दी के प्रसिद्ध गणितिज्ञ लियोनार्ड ओयलर ने साल 1782 में गणित की एक अनोखी पहेली बनाई, जिसका हल कोई गणितज्ञ, यहाँ तक कि खुद ओयलर भी नहीं ढूंढ पाए। पर इस पहेली को 177 साल बाद हल किया एक भारतीय...
View Articleशूटर दादी: मिलिए दुनिया की ओल्डेस्ट शार्प शूटर चंद्रो तोमर से!
जिस उम्र में अक्सर कामकाजी लोग रिटायरमेंट लेते हैं और ज़िंदगी भर की थकान उतारने की तैयारी में होते हैं, उस उम्र में एक महिला ने ‘नारी सशक्तिकरण’ की एक नई कहानी लिखी। नाम है चंद्रो तोमर यानी कि हमारी...
View Article35 सालों से असहाय लोगों को रोटी, कपड़ा और घर दे रहा है हरियाणा का यह ट्रक...
“साल 1978 में मैंने ट्रक पर जाना शुरू कर दिया, लेकिन उस ड्राईवर को मुझसे हर बात पर खुन्नस निकालनी होती थी क्योंकि उसकी हेराफेरी के बारे में मैं मालिक को सच बता देता था। उसने एक बार मुझे महाराष्ट्र में...
View Article12वीं पास किसान के बनाए ‘मम्मी-मॉडल’से अब अंतिम संस्कार में लगती हैं 4 गुना...
हमारे देश में हमेशा से पेड़, नदी तथा पर्यावरण सरंक्षण को लेकर आवाज़ बुलंद की जाती रही है। फिर वह चिपको आंदोलन हो या जोधपुर का अमृतादेवी बिश्नोई प्रसंग, ये सभी इस बात की गवाह है कि वृक्षों के सरंक्षण के...
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