76 वर्षीया गढ़वाली दादी ने अकेले लगा दिये 500+ पेड़!
अगर दिल में कुछ करने का जुनून और लगन हो तो उम्र महज़ एक संख्या रह जाती है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी इलाके में पसालत गाँव में रहने वाली 76 वर्षीया प्रभा देवी इस बात की एक सटीक उदाहरण...
View Articleवीकेंड पर 8 किमी दूर गाँव में जाकर बच्चों को पढ़ाता था यह IIT छात्र,...
कुछ समय पहले IIT रूड़की का 19वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। इस समारोह में संस्थान के एक पूर्व छात्र अनंत वशिष्ठ को राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल देकर नवाज़ा। 22 वर्षीय अनंत को यह सम्मान ग्रेजुएशन के दौरान...
View Articleबंगाल की यह आईएएस अफसर छुट्टी वाले दिन बन जाती हैं गरीब मरीज़ों के लिए डॉक्टर!
पश्चिम बंगाल के रघुनाथपुर की एसडीओ (SDO) आकांक्षा भास्कर जब अपने जिला पुरुलिया के संतुरी गाँव के अस्पताल का जायज़ा लेने गयीं, तो स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं थी। “वहां न तो पर्याप्त मेडिकल स्टाफ था और न...
View Articleछठ पूजा : संगीत का हुस्न : नास्तिकता
बहँगी लचकत जाए बहँगी लचकत जाए.. कितने हसीन बिम्ब हैं. कितना हसीन गीत है, आज जो वीडियो हाज़िर-ए-ख़िदमत है उसमें कितनी मोहक आवाज़ और गायकी है. आप अगर छठ पूजा उत्साह से मनाते हैं तो इस गीत को सुन कर...
View Article‘विन ओवर कैंसर’: कैंसर सर्वाइवर्स के लिए शुरू किया देश का पहला जॉब पोर्टल!
कुछ समय पहले मैंने एक कैंसर सर्वाइवर और मैराथन रनर, अंजू गुप्ता की कहानी की थी। उनकी कही एक बात शायद हमेशा मेरे जेहन में रहेगी कि ‘”कैंसर कॉमा है, फुलस्टॉप नहीं!” बिल्कुल! किसी को कैंसर होने से उनकी और...
View Articleजोधपुर के इस कलाकार से बंधेज खरीदने देश-दुनिया की बड़ी-बड़ी हस्तियां जुटती हैं!
विरोधी रंग हो या समीपवर्ती, एक ही रंग की रंगतें हो या भिन्न-भिन्न रंगों की, सभी में इन्द्रधनुषी चमत्कार पैदा करने में माहिर जोधपुर के मोहम्मद तैय्यब खां एक ऐसे सिद्धहस्त शिल्पी हैं, जिन्होंने न केवल...
View Articleपरफ्यूम, तेल से लेकर साइकिल और ग्रामोफ़ोन तक, इस उद्यमी ने रखी स्वदेशी...
हमें अपने उन पूर्वजों को हमेशा याद रखना चाहिए जिनकी कोशिशों और बलिदानों ने हमारे आज की नींव रखी। उनकी वजह से ही हम अपने सुनहरे भविष्य की दिशा में काम कर रहे हैं। पर दुःख की बात यह है कि अगर हम अपने...
View Article‘नेकी की दिवार’–जिसके पास ज़्यादा हो वह देकर जाए, जिसे ज़रूरत हो वह लेकर जाए!
आमतौर पर जिस चीज़ की हमें जरुरत नहीं होती उसे हम लोग या तो फेंक देते हैं या वह चीज़ रखे-रखे ही ख़राब हो जाती है किन्तु छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में एक नई पहल की गई है जिसके माध्यम से आप अपनी अनुपयोगी...
View Articleप्लास्टिक की बोतलों को फेंके नहीं इन्हें दें; 9000 बेकार बोतलों से एक टॉयलेट...
हमारे देश में चाहे गाँव हो या शहर, लोगों का खुले में पेशाब करते हुए दिखना बहुत ही आम बात है। क्योंकि हमारे यहां सार्वजनिक शौचालयों में चंद सिक्के देकर जाने की बजाय लोग सड़क के किनारे ही शुरू हो जाते...
View Articleनौकरी के साथ-साथ चलाते हैं रोटी बैंक; भोपाल के इन युवाओं की वजह से भूखे पेट...
कभी-कभी जब खाना मिलने में देर हो जाती है, तो पेट के चूहे आतंक मचाने लगते हैं और इन चूहों को शांत करने के लिए हम किचन में रखे डिब्बों में हाथ डालकर कुछ न कुछ खा जाते हैं। बस भूख से हमारा सामना इतनी ही...
View Articleअपने घर में ही तालाब बनाकर कर सकते हैं मोती पालन, देशभर में लोगों को सिखा रहा...
“जब भी हम मोती का नाम लेते हैं तो अक्सर लोगों के दिमाग में समुद्र आता है और जब हम उन्हें बताते हैं कि हम यहाँ अपने शहर, अपने राज्य में रहकर मोती पालन कर रहे हैं तो लोगों को यकीन ही नहीं आता।” यह कहना...
View Articleदिल्ली: ‘प्लांट फ्रेश एयर’वर्कशॉप में सीखें हवा को फ़िल्टर करने वाले...
दिवाली के बाद से ही दिल्ली में बढ़ते हवा प्रदुषण के कारण नागरिकों की समस्याएं बढ़ी हुई हैं। सिर्फ़ दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के बहुत से शहरों में यही हाल है। इसलिए यह वक़्त है कि हम लोग सिर्फ़ समस्या पर बात...
View Article33 दोस्तों ने मिलकर बदल दी बिहार की तस्वीर; 1253 स्कूलों में लगवा दिए...
सफलता की यह कहानी उन 33 दोस्तों के साथ और उनकी एकजुटता की एक प्रेरक गाथा है, जो पिछले साढ़े तीन सालों से निरंतर स्कूली बच्चों को फलदार पौधे वितरित कर रहे हैं। लोगों ने उन्हें कई बार एनजीओ बनाकर कार्य...
View Articleदेश-विदेश घूमकर किया चंदा इकट्ठा और शुरू कर दी देश की पहली महिला यूनिवर्सिटी!
कहते हैं कि अंधेरे को कोसने की बजाय, हमें एक दिया जलाने की कोशिश करनी चाहिए और ऐसा ही कुछ भारत रत्न से सम्मानित समाज सुधारक धोंडो केशव कर्वे ने किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन भारत में महिला उत्थान के...
View Articleपद्म श्री विजेता इस महिला कोच ने जितवाए हैं टीम को 7 अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल!
‘म्हारी छोरियां छोरों ते कम हैं के” दंगल फिल्म का यह एक डायलॉग काफी है हरियाणा की बेटियों को परिभाषित करने के लिए। कल्पना चावला, गीता फोगाट, साक्षी मालिक, सायना नेहवाल, रानी रामपाल, प्रीती देशवाल,...
View Articleमौलाना आज़ाद : भारत की प्रगति में मील का पत्थर बनने वाले ‘आईआईटी’के जनक!
“एक व्यक्ति जिसमें प्लेटो, अरस्तू और पायथागोरस – तीनों की क्षमताएँ थीं।” – अबुल कलाम ग़ुलाम मुहियुद्दीन जिन्हें हम मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम से जानते हैं, एक स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, पत्रकार व...
View Article200 बच्चों को मुफ्त पढ़ाता है ‘मिड डे मील’बनाने वाली माँ का यह बेटा!
“ज़रूरी नहीं कि आपके पास बहुत सारा पैसा हो तभी आप कुछ अच्छा कर सकते हैं लोगों के लिए। अगर आप दिल में दूसरों के लिए कुछ करने की सच्ची भावना होना ज़रूरी है।” पिछले डेढ़ साल से बनारस में गरीब दिहाड़ी-मजदुर...
View Articleमदन मोहन मालवीय: वह स्वतंत्रता सेनानी जो अकेले 172 क्रांतिकारियों को बचा लाया...
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक और भारतीय स्वतंत्रता संग्रामियों में से एक, महामना मदन मोहन मालवीय को साल 2014 में भारत सरकार ने ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया। उन्हें यह सम्मान उनकी मृत्यु के 68...
View Article‘अच्छी नीयत में बहुत ताकत होती है,’विजिटिंग कार्ड ने बदली काम वाली मौसी की...
पुणे के बावधन इलाके में रहने वाली गीता काले घर घर जाकर झाड़ू-पोछा, बर्तन व खाना बनाने का काम करती हैं। पर पिछले कुछ दिनों से उन्हें काम पर रखने के लिए पुणे ही नहीं बल्कि मुंबई से भी फोन आ रहे हैं।...
View Articleअब खुद अपने पैरों पर खड़े हो पाएंगे दिव्यांग, IIT मद्रास ने बनायी ख़ास...
सर्वेक्षण और रिपोर्ट्स के मुताबिक,भारत की कुल आबादी में से लगभग 2.21% लोग दिव्यांग हैं और इनमें भी सबसे ज़्यादा संख्या उन लोगों की है जो कि चल-फिर नहीं सकते। इन आंकड़ों के मुकाबले अगर हम देश की विकास गति...
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