किसानों की कमजोरियों को भांप, इस युवा ने मदद के लिए छोड़ी जमी जमाई नौकरी!
अन्नदाता यानी किसानों की दुर्दशा से जुड़ी खबरें देखकर हम और आप भी परेशान हो जाते हैं, लेकिन हमारी ‘परेशानी’ महज चंद मिनटों की होती है। शायद हम सोचते हैं कि ये ज़िम्मेदारी सरकार की है। लेकिन, भोपाल...
View Articleजिसे वेश्या कहकर दुत्कारा, उसी ने अपना देह बेचकर बंगाल को दिया यह तोहफा!
एक वक़्त था जब थिएटर और सिनेमा में महिला का किरदार भी पुरुष कलाकार निभाते थे। उस जमाने में महिलाओं का इस क्षेत्र में काम करना बहुत ही ओछा माना जाता था, लेकिन धीरे-धीरे परिस्थितियाँ बदलीं और महिलाओं ने...
View Article“हमें पंजाब को बचाना है”, 15 सालों से केमिकल-युक्त खेती के खिलाफ जंग लड़ रहा...
भारत के पंजाब का नाम, पंज और आब, दो शब्दों से मिलकर बना है। पंज का मतलब है पांच और आब का अर्थ है पानी। इस राज्य से बहने वाली पांच नदियों, सतलुज, ब्यास, रावी, चेनाब और झेलम की वजह से इसे ‘पंजाब’ कहा...
View Articleपंचायत की पहल; गाँव की 500 महिलाएँ अब इस्तेमाल करती हैं मेंस्ट्रुअल कप!
केरल में अल्लेपी जिले के गाँव, मुहम्मा में 700 महिलाओं ने आगे बढ़कर सार्वजनिक तौर पर फैसला लिया कि अब वे माहवारी के दौरान सिंथेटिक सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल नहीं करेंगी। इनमें से 500 औरतें पहले से ही...
View Articleजूट से ‘सफेद कोयला’; दो छात्रों का आविष्कार बना किसानों और पर्यावरण के लिए...
हम सब जानते हैं कि कोयला हमारे पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है। इससे कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलता है, साथ ही इसे जलाने पर मरकरी और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे तत्व भी निकलते हैं। जिनसे स्वास्थ्य संबंधी...
View Articleमात्र 99 रुपये में पाएं 300 लीटर शुद्ध पानी!
अक्सर कुछ बहुत बड़ा करने के चक्कर में हम छोटी समस्याओं को अनदेखा कर देते हैं। जबकि इन छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान ढूंढकर हम समाज के एक बड़े तबके के लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं। जैसा कि कर्नाटक के एक 24...
View Articleएक लद्दाखी भिक्षु ने बदल दी हजारों बच्चों की ज़िन्दगी!
साल 1980 और नवबंर का वो पहला सप्ताह ही तो था जब लोबज़ंग ज़ोत्पा नाम के एक बौद्ध भिक्षु ने आर्मी ट्रक पर बैठकर आपनी यात्रा शुरू की थी। वह लेह में लम्डोन मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक भी थे। ज़ोत्पा...
View Articleकेवल 10 रूपये में दवा भी और इलाज भी, यह 79 वर्षीय डॉक्टर नहीं हैं किसी मसीहा...
पिछले 50 सालों में ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. अनप्पा एन. बाली की दिनचर्या में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। वह सुबह 10:30 बजे अपना क्लिनिक खोलते हैं और फिर शाम में 6:30 बजे बंद करते हैं। एक ब्रेक के बाद फिर 8...
View Articleयुवाओं की कोशिश ने बंजर पहाड़ी को दी ज़िंदगी, लगाए 4 हज़ार पेड़!
मध्य-प्रदेश में बुरहानपुर शहर स्थित लालबाग की सतपुड़ा पहाड़ी पिछले कुछ सालों से नागरिकों और प्रशासन की अनदेखी के चलते बिल्कुल बंजर हो चुकी थी। यहाँ न तो हरियाली थी और न ही पानी था, लेकिन आज ये पहाड़ी एकदम...
View Articleइस महिला ने मुंबई की 44 सोसाइटी को सिखाया कचरा मैनेजमेंट
जब लोग आपके काम की आलोचना या विरोध करना शुरू कर देते हैं, तब आपको समझ लेना चाहिए कि आप सही रास्ते पर हैं”, ऐसा कहना है रिटायर टीचर मारिया डीसूज़ा का, जिन्होंने मुंबई की 44 सोसाइटी में कचरा पृथिक्करण को...
View Articleपिता चलाते थे ऊंटगाड़ी, बेटे ने आईपीएस बन किया नाम रौशन!
राजस्थान के बीकानेर जिले के रासीसर निवासी प्रेम सुख डेलू, आज गुजरात कैडर के अमरेली में आईपीएस पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने साल 2015 की यूपीएससी परीक्षा में 170वीं रैंक हासिल की। पर दिलचस्प बात ये है कि...
View Articleएक व्यक्ति ने बनवा दिए 1 लाख पानी-रहित शौचालय; मुफ्त में देते हैं खाद!
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली शहर से 42 किमी दूर स्थित है मुसिरी पंचायत टाउन। ये जगह कावेरी नदी के तट पर बसी है और इसलिए यहाँ की ज़मीन काफी उपजाऊ है। यहाँ पर भूजल का स्तर काफी ऊपर है, जिस वजह से सामान्य...
View Articleइन रक्तवीरों ने साबित किया –“सिर्फ अपना खून ही अपना नहीं होता”
कभी-कभी हमें जीवन को एक नई दिशा देने के लिए किसी बहुत बड़े सबक या ज्ञान की जरूरत नहीं होती, बहुत छोटी-छोटी घटनाओं से मिले अनुभव से रूबरू होकर ही हम अपने जीवन का उद्देश्य निर्धारित कर लेते हैं। जोधपुर...
View Articleपहले भारतीय पायलट, पुरुषोत्तम मेघजी काबाली की अनसुनी कहानी!
तीस के दशक की शुरुआत में एयरलाइन्स ने वैश्विक स्तर पर अपना मार्केट फैलाना शुरू किया। वैसे, उस जमाने में एयरक्राफ्ट काफी छोटे और कम दूरी तय करने वाले होते थे। धीरे-धीरे एयरलाइन बनाने वाली कंपनियों और...
View Articleपॉकेट मनी इकट्ठा कर गरीब बच्चों को जूते, कपड़े और स्टेशनरी बाँट रहे हैं ये युवा!
राजस्थान के उदयपुर में कुछ युवा मिलकर ‘सिद्धम’ नामक एक सेवा संगठन चला रहे हैं। इस संगठन के ज़रिए इन युवाओं की कोशिश गरीब तबके से आने वाले बच्चों को ज़रूरी और मूलभूत साधन उपलब्ध करवाना है। साल 2016 में...
View Articleआदिवासियों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुंचाने के लिए कई किमी पैदल चलता है यह डॉक्टर!
हमारी बहुत सी कहानियों के नायक-नायिकाएँ अक्सर कहते हैं कि कुछ अच्छा करने के लिए आपको पैसे या फिर बहुत ज्यादा साधनों की ज़रूरत नहीं होती। आप अपने दायरे में रहकर भी समाज में बदलाव की वजह बन सकते हैं...
View Articleहैदराबाद का अनोखा स्टार्टअप; कचरा दीजिए और पैसे लीजिए!
हैदराबाद का एक स्टार्टअप, बिंटिक्स, लोगों के घरों से रिसायकल होने वाला सूखा कचरा इकट्ठा करता है और लोगों को उनके कचरे के पैसे भी देता है। इस कचरे को बाद में रिसायक्लिंग के लिए अलग-अलग जगह भेज दिया जाता...
View Articleएक जॉब फेयर ने बदली इस ट्रांसवुमन की किस्मत: आज कर रही हैं इंटरनैशनल कंपनी...
“इंसान अपने दिल और दिमाग से जो सोचता है वैसा ही वह व्यवहार करता है। पर क्या यह ज़रूरी है कि एक मनुष्य जिसने स्त्री योनि में जन्म लिया है, वो स्त्रियों जैसा ही व्यवहार करें? क्या कुदरत ने नियम बनाने...
View Articleकैसे बनाएं घर में खाद: जीरो लागत और बिना बदबू के मात्र 40 दिनों में!
जब गीला कचरा यानी कि किचन का फ़ूड वेस्ट और पेड़ों के पत्ते आदि जैविक तरीके से डीकम्पोज (अपघटित) होते हैं, तब खाद बनती है। खाद बनाने के तीन मुख्य तरीके हैं: एरोबिक (ऑक्सीजन के साथ), अनएरोबिक (ऑक्सीजन के...
View Articleलोगों को खुद अपना खाना उगाना सिखा रहा है यह एमबीए ग्रैजुएट!
आजकल ज़्यादातर किसान परिवार चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़-लिख कर अच्छी जगह नौकरी करें। उनकी सोच है कि खेती में उन्होंने जो परेशानियां झेली हैं, वैसे उनके बच्चे न झेलें। आज कृषि के दो रूप हैं – एक वही...
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