घर में ही मशरूम की खेती कर बनातीं हैं स्वादिष्ट प्रोडक्ट्स; मिला ‘बेस्ट फार्म...
पश्चिम बंगाल में उत्तर दीनाजपुर जिले के चोपरा ब्लॉक के एक छोटे से गाँव, दंधुगछ की रहने वाली अनिमा मजूमदार को महिंद्रा समृद्धि अवॉर्ड-2019 में ‘बेस्ट फार्म वुमन अवॉर्ड ऑफ़ इंडिया’ के खिताब से सम्मानित...
View Articleआईआईटियन का आईडिया: ई-वेस्ट से बना देते हैं नया सोफा, फ्रिज और वॉशिंग मशीन;...
देश में युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जहां एक ओर इन प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से सहायता मिल रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ युवा ऐसे भी हैं, जो अपने बलबूते पर देश और पर्यावरण को बचाने के लिए...
View Articleजल-संरक्षण के अनोखे तरीके से हर साल 6 करोड़ लीटर बारिश का पानी बचा रहा है यह...
केरल में त्रिशुर जिले की वेलुर पंचायत में रहने वाले वर्गीज़ थरकन ने अपने ‘अयुरजैक फार्म’ में से रबर के पेड़ों को कटवा दिया। उन्होंने जब पेड़ों को कटवाना शुरू किया तो गाँव के कुछ लोग वहां पहुंचे। गाँववालों...
View Articleपुणे: कैंसर से लड़ते हुए शहर की 100 दीवारों को बना रहे हैं ख़ूबसूरत!
आपने सुना होगा ‘सपने देखने से ही काम नहीं चलता, उन्हें पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन की ज़रुरत पड़ती है।’ इस बात पर असल में अमल कर रहे हैं पुणे के कार्तिकेय शर्मा, जिन्होंने अपने शहर को एक सिरे से...
View Article‘न किसी की शिक्षा रुके, न किसी की ज़मीन बिके,’स्कॉलरशिप्स के ज़रिए बदलाव की पहल!
“हमारे देश में हर साल लगभग डेढ़ करोड़ छात्रों के लिए लगभग 1500 स्कीम्स के अंतर्गत 18 हज़ार करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप्स का वितरण होना होता है। जिसमें 10, 000 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप सरकारी योजनाओं के तहत आती...
View Articleमाइग्रेंट बच्चों को 1 लाख मिड-डे मील, 1000 कम्बल बाँट चुकी हैं यह महिला!
दिल्ली जैसे बड़े शहर में अपने गाँव से पलायन करके काम की तलाश में पहुंचे लोग- सिक्यूरिटी गार्ड, होटलों में वेटर का काम करने वाले, गार्डनर या फिर साफ़-सफाई का काम करने वाले लोगों के बच्चे स्कूल नहीं जा...
View Articleघर बैठे ही गृहिणियों का करियर संवार रहीं हैं यह होममेकर; खुद का टर्नओवर है 44...
दिल्ली की रहने वाली 38 वर्षीय सविता गर्ग ने साल 2015 में एक ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफ़ॉर्म, ‘ईक्लासोपीडिया’ की शुरुआत की। अपना यह ऑनलाइन ट्यूशन स्टार्टअप शुरू करने के पीछे सविता का उद्देश्य बहुत ही साफ़ था-...
View Articleयूपीएससी: आईएएस नम्रता जैन ने शेयर किये नोट्स बनाने के टिप्स!
नम्रता जैन को सिविल सर्विस ज्वाइन करने के लिए एक आईएएस अफसर ने प्रेरित किया। “इस आईएएस अफसर ने अपने भाषण में बताया कि कैसे एक प्रशासनिक अधिकारी बदलाव ला सकता है और यह बात मेरे ज़ेहन में बैठ गयी। भले ही...
View Articleदो भाइयों ने बनाई सस्ती विंड टरबाइन, अगले 20 साल के लिए पायें मुफ्त बिजली!
हमारे देश की आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है और इस जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा आज भी गाँवों में रहता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज भी देश के लगभग 31 मिलियन घरों में बिजली नहीं है। जबकि भारत में ऐसे प्राकृतिक...
View Articleस्ट्रेस से लेकर ऑटिज़्म तक, इन पेट् डॉग्स के प्यार ने हर सबको दे दी मात!
जब बात हो रही हो आज की जीवनशैली की, तो तनाव, चिंता और अवसाद इसका अभिन्न अंग बनते जा रहे हैं। यही वजह है कि लोगों को इससे जूझने के लिए अलग-अलग रास्ते अपनाने पड़ते हैं। योग, ध्यान, सायकोलॉजिकल सेशन इन...
View Articleदूरदर्शन के ‘टर्निंग पॉइंट’प्रोग्राम से विज्ञान को गाँव-गाँव तक पहुँचाने वाले...
मशहूर वैज्ञानिक प्रोफेसर यश पाल को जितना विज्ञान के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए याद किया जाता है, उतना ही विज्ञान को आम नागरिकों तक पहुंचाने के लिए। इसलिए उन्हें ‘द पीपल्स साइंटिस्ट’ कहा जाता है।...
View Article26/11 में खोया बेटे-बहू को; तब से लड़ रही हैं मुंबई को सुरक्षित बनाने की जंग!
26 नवंबर 2008 की वह भयावह रात शायद ही कोई भारतीय भूल सकता है जब मुंबई में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को दहला दिया था। इसमें वहाँ मौजूद कई भारतीयों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस हमले में कई बच्चे हमेशा...
View Articleउत्तराखंड: इस 23 वर्षीय युवती ने मशरूम की खेती कर रोका पहाड़ों से पलायन!
कहते हैं कि अगर सपने देखने के साथ ही उनको पूरा करने के लिए हौसला भी दिखाया जाए तो सफलता कदम चूमती है। इस कहावत को सच कर दिखाया है रूद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ ब्लॉक स्थित एक छोटे से गाँव कविल्ठा की रहने...
View Article‘एक रुपया मुहिम’से 3 साल में जोड़े 2 लाख रुपये, भर रही हैं 33 बच्चों की फीस!
अगर नीयत नेक हो और दिल में किसी के लिए कुछ अच्छा करने का इरादा, तो आपका एक छोटा-सा कदम भी बड़े बदलाव की शुरुआत बन जाता है। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर की रहने वाली 27 वर्षीया सीमा वर्मा इसका सटीक उदाहरण हैं,...
View Articleशिक्षक ने सुधारी सरकारी स्कूल की हालत, ‘पेंसिल’के ज़रिये पंचायत तक पहुंचाई...
कर्नाटक के रायचूर में सिंधनुर तालुका के बेलागुर्की गाँव के रहने वाले 38 वर्षीय बी. कोटरेश ने जब यहाँ के बेलागुर्की सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया था तो स्कूल की हालत एकदम ही खस्ता थी। उन्हें कुछ वक़्त...
View Articleभोपाल: पहले पॉकेट मनी से और अब सैलरी से, हर रविवार पौधे लगाते हैं ये बैंकर,...
यदि आप दिल से कुछ करना चाहें तो तमाम कामों के बीच उसके लिए समय निकाल ही लेते हैं। भोपाल के शांतनु परिहार और पूनम मिश्रा इसका सटीक उदाहरण हैं। दोनों पेशे से बैंकर हैं, प्रोफेशनल लाइफ का दबाव इतना ज्यादा...
View Articleबेटे को किसान बनाने के लिए इस माँ ने छोड़ी 90 हज़ार रूपये तनख्वाह वाली सरकारी...
मैं एक किसान की बेटी हूँ। लेकिन मेरे पापा ने कभी नहीं चाहा कि हम भाई-बहनों में से कोई भी कभी भी किसानी करें। यहाँ तक कि हमारी अच्छी शिक्षा के लिए वे गाँव छोड़कर पास के शहर में बस गये। मैंने बचपन से यही...
View Articleकभी बाल मजदूरी करने वाला यह युवक, आज भर रहा है 2 हज़ार गरीबों का पेट!
हैदराबाद में रहने वाले 26 वर्षीय मल्लेश्वर राव ने बचपन में कई साल तक बाल-मजदूरी की। क्योंकि उनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब थी और उन्हें अपने परिवार के लिए कमाना था। लेकिन कभी बाल मजदूरी करने वाले...
View Articleबंगलुरु: इस डॉक्टर के प्रयासों ने एक डंपयार्ड को बदला दादा-दादी पार्क में!
आठ साल पहले, डॉ. हेमंत कुमार अग्रवाल ने बंगलुरु के डोम्लूर इलाके में अपना घर बनवाना शुरू किया था। पर उनके घर की प्लॉट के एकदम सामने लगा कचरे का ढेर उनकी परेशानी का सबब बना हुआ था। वहां लोगों के लिए वह...
View Articleविदेश के ऐशो-आराम को छोड़कर देश की कृषि तकनीक में चार-चाँद लगा रहा है यह कपल!
भारत हमेशा से ही अपनी युवा प्रतिभाओं के लिए प्रसिद्ध है। हमारे देश के युवा सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी काबिलियत के बल पर नाम कमा रहे हैं। आज हर मध्यमवर्गीय परिवार के युवाओं को सपना...
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